विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पड़ोसी देशों के साथ संबंध और यूएन में स्थाई सीट पर कही चौंकाने वाली बात, जानिए

चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: भाजपा नेता एस जयशंकर ने मंगलवार को भारत के विदेश मंत्री के रूप में कार्यभार संभाला। दो दिन पहले ही उन्होंने राष्ट्रपति भवन परिसर में एक भव्य समारोह में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली थी।
आज न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सीट की चाहत और चीन और पाकिस्तान के साथ उसके संबंधों के बारे में अपने मंत्रालय का रोडमैप पेश किया।
उन्होंने यूएनएससी सीट के बारे में एएनआई से कहा, “इसके अलग-अलग पहलू हैं और मुझे पूरा भरोसा है कि पीएम मोदी के नेतृत्व में मोदी 3.0 की विदेश नीति बहुत सफल होगी…हमारे लिए, भारत का प्रभाव लगातार बढ़ रहा है, न केवल हमारी अपनी धारणा के संदर्भ में बल्कि अन्य देशों की सोच के संदर्भ में भी। उन्हें लगता है कि भारत वास्तव में उनका मित्र है और उन्होंने देखा है कि संकट के समय में, अगर कोई एक देश ग्लोबल साउथ के साथ खड़ा है, तो वह भारत है। उन्होंने देखा है कि जब हमने जी20 की अध्यक्षता के दौरान अफ्रीकी संघ की सदस्यता को आगे बढ़ाया, तो दुनिया ने हम पर भरोसा किया और हमारी जिम्मेदारियां भी बढ़ रही हैं, इसलिए हम यह भी मानते हैं कि पीएम मोदी के नेतृत्व में दुनिया में भारत की पहचान निश्चित रूप से बढ़ेगी।”
एस जयशंकर ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार 3.0 का ध्यान चीन के साथ सीमा मुद्दों का समाधान खोजने पर होगा।
उन्होंने कहा, “किसी भी देश में और खास तौर पर लोकतंत्र में, किसी सरकार का लगातार तीन बार चुना जाना बहुत बड़ी बात होती है। इसलिए दुनिया को निश्चित रूप से लगेगा कि आज भारत में बहुत राजनीतिक स्थिरता है…जहां तक पाकिस्तान और चीन का सवाल है, उन देशों के साथ हमारे संबंध अलग हैं और वहां की समस्याएं भी अलग हैं। चीन के संबंध में हमारा ध्यान सीमा मुद्दों का समाधान खोजने पर रहेगा।”
पाकिस्तान के बारे में एस जयशंकर ने कहा कि भारत सीमा पार आतंकवाद का समाधान खोजने की कोशिश करेगा।
उन्होंने कहा, “पाकिस्तान के साथ, हम वर्षों पुराने सीमा पार आतंकवाद के मुद्दे का समाधान खोजना चाहेंगे…”