शिल्प समागम मेले का ‘कभी अलविदा ना कहना’ गाने के साथ भव्य समापन
चिरौरी न्यूज
ग्वालियर: शिल्प समागम मेले के अंतिम दिन मेला के दस्तकारी हाट परिसर में ग्वालियरवासियों की भीड़ उमड़ी। अंतिम दिन होने की वजह से लोगों ने देररात तक खरीददारी की। मेले में अधिकतर दुकानों पर भीड़ दिखी और ग्वालियरवासियों के साथ-साथ बड़ी संख्या में सैलानी भी दिखे। देश के अलग-अलग राज्यों से आए लगभग 120 लाभार्थियों ने इस मेले के माध्यम से अच्छी बिक्री की।
अंतिम दिन भी सांस्कृतिक कार्यक्रम लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र रहा। मुंबई से आए गायकों ने लोगों का दिल जीत लिया। बेबी अन्वी अरोड़ा ने घूमर डांस की मनोहारी प्रस्तुति से खूब वाहवाही बटोरी। मंच पर मोहम्मद रफी के गीतों से कलाकारों ने समां बांध दिया। पॉप सिंगर अमनदीप सिंह का अंतिम दिन भी धमाल रहा। प्रेम भाटिया ने रफी के भजन ‘सुख के सब साथी दुख में न कोई’ की जब भावपूर्ण प्रस्तुति दी, तो श्रोता मंत्रमुग्ध नजर आए। इसके बाद उन्होंने देशभक्ति पूर्ण प्रस्तुति ‘वतन पर जो फिदा होगा’ की प्रस्तुति दी तो मौजूद लोगों में देशभाव जाग उठा और उन्होंने भारत माता की जय का नारे लगाए। ‘दिल का भंवर करे पुकार’ गीत की सुरीली प्रस्तुति देकर उन्होंने लोगों झुमा दिया।
पॉप सिंगर अमनदीप सिंह ने गणेश वंदना की शानदार प्रस्तुति दी। ‘पल पल दिल के पास’ सॉग भी उन्होंने बेहतरीन ढंग से पेश किया। गायिका पॉश जैम ने ‘तौरा मन दर्पण कहलाए’ भजन की सुमधुर प्रस्तुति दी।
‘नैना बरसे रिमझिम रिमझिम’ एवं ‘गुमनाम है कोई’ गीत बेहतरीन ढंग से सुनाया और आखिर में गाया गया गीत ‘कभी अलविदा ना कहा’ ग्वालियरवासियों को भावुक कर गया। बच्चे किड्स ज़ोन में मस्ती करते नज़ए आए तो वही दूसरी तरफ दर्शकों ने अलग-अलग राज्यों से आये पकवान का आनंद लिया।
सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के निगमों के माध्यम से अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग और सफाई कर्मचारियों के लाभार्तियों को ऋण प्रदान कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है और साथ ही उनके उत्पादों को बड़ी-बड़ी प्रदर्शनी और मेलों के माध्यम से बिक्री के लिए विपणन, बड़ा मंच के साथ बज़ार प्रदान करना है। ग्वालियर के सफल के आयोजन के बाद शिल्प समागम मेले का देश के कई बड़े शहरों आयोजन होगा।