जिम सिर्फ मसल्स बनाने के लिए नहीं, आत्म-संयम और मानसिक संतुलन के लिए है: मनीषा कोइराला
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: बॉलीवुड अभिनेत्री मनीषा कोइराला ने हाल ही में अपने फिटनेस को लेकर विचार साझा किए हैं, जो न सिर्फ शारीरिक स्वास्थ्य बल्कि मानसिक संतुलन और आत्म-संयम पर भी केंद्रित हैं। 54 वर्षीय अभिनेत्री ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें वह जिम में लेग प्रेस, लेग कर्ल्स, एक्सटेंशन और हिप अब्डक्शन जैसे वर्कआउट करती नजर आ रही हैं।
इस वीडियो के साथ उन्होंने लिखा: “जिम जाना सिर्फ मसल्स बनाने के लिए नहीं है — यह आत्म-अनुशासन, स्पष्टता और आंतरिक संतुलन बनाने के लिए है। एक हेल्दी रूटीन की शुरुआत परफेक्शन से नहीं, कमिटमेंट से होती है।”
मनीषा ने यह भी कहा कि कुछ दिन वर्कआउट बहुत प्रभावशाली होता है, और कुछ दिन केवल जिम पहुंच जाना ही एक जीत होती है।
“हर बार जब हम जिम जाते हैं, तो हम खुद को यह संदेश देते हैं: मैं अपने शरीर की परवाह करती हूं। मैं अपने मन का सम्मान करती हूं,” उन्होंने आगे जोड़ा।
मनीषा कोइराला का यह दृष्टिकोण सिर्फ फिटनेस तक सीमित नहीं, बल्कि एक समग्र जीवनशैली का प्रतीक है जिसमें शरीर, मन और आत्मा का संतुलन शामिल है। एक वक्त बॉलीवुड की सबसे सफल और लोकप्रिय अभिनेत्रियों में गिनी जाने वाली मनीषा ने अपनी एक्टिंग की शुरुआत 1989 में नेपाली फिल्म फेरि भेटौला से की थी, और 1991 में सौदागर से हिंदी सिनेमा में कदम रखा।
बॉम्बे, अग्निसाक्षी, दिल से.., 1942: ए लव स्टोरी, खामोशी: द म्यूज़िकल जैसी फिल्मों से उन्होंने दर्शकों का दिल जीता। वहीं दूसरी ओर एस्केप फ्रॉम तालिबान और आई एम जैसी आर्ट-हाउस फिल्मों में भी उनका अभिनय सराहा गया।
2012 में मनीषा को अंतिम चरण के ओवेरियन कैंसर का सामना करना पड़ा, जिसके बाद उन्होंने एक लंबा ब्रेक लिया। 2017 में डियर माया के साथ उन्होंने दमदार वापसी की। हाल ही में वह संजय लीला भंसाली की चर्चित वेब सीरीज़ हीरामंडी: द डायमंड बाज़ार में नजर आईं।
उनका फिटनेस मंत्र न केवल प्रेरणादायक है बल्कि हर उस इंसान के लिए मार्गदर्शक हो सकता है जो परफेक्ट बॉडी से ज्यादा एक संतुलित जीवन चाहता है।
क्या आप भी मनीषा की तरह फिटनेस को एक मानसिक और आत्मिक अनुशासन मानते हैं?