तूफान यास से ओडिसा, पश्चिम बंगाल में भारी तबाही, राहत और पुनर्वास अभियान हुआ तेज़
चिरौरी न्यूज़
नई दिल्ली: ओडिसा और पश्चिम बंगाल में यास तूफ़ान ने भरी तबाही मचा दी है। दोनों राज्यों में राहत और बचाव के कार्यों में बहुत तेज़ी से हो रहा है। ओडिसा और बंगाल में राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर चल रहे हैं और बिजली आपूर्ति बहाल करने तथा सड़कों को साफ करने का काम तेजी से चल रहा है। इन दोनों राज्यों में तबाही मचाने के बाद चक्रवात यास अब झारखंड और बिहार की ओर बढ़ने लगा है।
चक्रवाती तूफान ‘यास’ के बुधवार को देश के पूर्वी तटों से टकराने के बाद भारी बारिश हो रही है। बुधवार रात ‘यास’ 75 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार की हवाओं और भारी बारिश के साथ झारखंड की सीमा में पहुंचा है। चक्रवात के दौरान 145 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलने से कई मकान क्षतिग्रस्त हो गये, खेतों में पानी भरा नजर आ रहा है।
यास तूफान से पश्चिम बंगाल के पूर्वी मेदनीपुर और दक्षिण चौबीस परगना के तटवर्ती क्षेत्रों में भारी नुकसान हुआ है। तूफान के इस क्षेत्र से कल गुजरने के बाद 70 से 80 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से तेज हवाओं के साथ भीषण वर्षा हुई।
हालांकि इस समुद्री तूफान से बिजली आपूर्ति और दूर संचार नेटवर्क को बहुत नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन ओड़िसा के निचले इलाकों में और विशेष रूप से भद्रक, बालेश्वर और मयूरभंज जिलों में पानी भर जाने से और पेड़ों के गिर जाने से बड़े पैमाने पर क्षति हुई है। छह लाख लोगों को प्रभावित इलाकों से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया था। इस प्रकार कई लोगों की जान बचाई गई है। बालेश्वर और क्योंझर जिलों में एक-एक व्यक्ति की मौत की खबर भी है।
इस बीच भुबनेश्वर में बीजू पटनायक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर शाम से उड़ान सेवा फिर शुरू हो गई है। चक्रवात से निपटने की तैयारियों के कारण हवाई अड्डों को कुछ घंटों के लिए बंद कर दिया गया था। तूफान यास उत्तहर-पश्चिम की ओर बढकर कमजोर पड गया है। मौसम विभाग ने बताया कि यास से अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, ओडिसा तथा पश्चिम बंगाल सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं।
मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंमजय महापात्रा ने बताया कि ओडिसा में सर्वाधिक वर्षा दर्ज की गई। उन्होंने बताया कि चक्रवाती तूफान ताऊ-ते का प्रवाह एक हजार आठ सौ किलोमीटर रहा जबकि यास का प्रवाह एक हजार किलोमीटर तक है।
केरल में मलप्पुरम, वायनाड और कासरगोड के उत्तरी जिलों को छोड़कर बाकी 11 जिलों के कई क्षेत्रों में तेज हवाएं चलने के साथ ही भीषण बारिश हो रही है, जिसके चलते मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने यहां ‘येलो अलर्ट’ घोषित कर दिया है।