आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी: बुमराह की अनुपस्थिति में कितना मजबूत भारत; पाकिस्तान, न्यूजीलैंड और अन्य टीमों की क्या है दावेदारी
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी का इंतजार खत्म हो चुका है और 19 फरवरी से कराची में शुरू होने जा रहा यह टूर्नामेंट क्रिकेट प्रेमियों के लिए किसी महाकुंभ से कम नहीं है। आठ सबसे ताकतवर टीमें एक बार फिर एक दूसरे से भिड़ने के लिए तैयार हैं, और हर टीम की नजर ट्रॉफी पर है।
हालांकि, भारत के लिए इस बार एक अहम सवाल है, जसप्रीत बुमराह की अनुपस्थिति में क्या भारतीय टीम अपनी ताकत को बनाए रख पाएगी? वहीं, पाकिस्तान को घरेलू परिस्थितियों का फायदा मिलने की उम्मीद है, न्यूजीलैंड एक बार फिर डार्क हॉर्स के रूप में सामने आया है, जबकि ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसी टीमों के सामने भी अपनी चुनौती है। तो आइए, इस टूर्नामेंट से पहले जानें कि कौन सी टीमें हैं जो चैंपियंस ट्रॉफी की दौड़ में सबसे आगे हैं और किसकी राहें हो सकती हैं मुश्किल।
भारत – सबसे प्रभावी बैटिंग यूनिट
भारत इस टूर्नामेंट में सबसे मजबूत बैटिंग यूनिट के रूप में उभरकर सामने आया है। 2023 से अब तक, भारत के पास सबसे अच्छा बैटिंग एवरेज और स्ट्राइक रेट है, जो दर्शाता है कि वे न केवल बड़े स्कोर बना रहे हैं बल्कि वे यह तेजी से कर रहे हैं। भारत ने पिछले दो सालों में 350 से ऊपर स्कोर करने के 10 अवसरों के साथ रिकॉर्ड कायम किया है। भारतीय टीम 2023 विश्व कप में शानदार प्रदर्शन के बाद, इंग्लैंड को 3-0 से हराकर शानदार फॉर्म में है।
पाकिस्तान को घरेलू लाभ
पाकिस्तान, जो पिछली बार चैंपियंस ट्रॉफी का विजेता बना था, इस बार घरेलू मैदान पर खेल रहा है, जो उन्हें घरेलू दर्शकों का भारी समर्थन मिलेगा। उनके बैटिंग लाइनअप में अब बाबर आज़म और मोहम्मद रिजवान के अलावा फखर ज़मान और सलमान आगा जैसे खिलाड़ी भी जबरदस्त फॉर्म में हैं। लेकिन पाकिस्तान की सफलता उनके तेज गेंदबाजों पर निर्भर करेगी, खासकर शाहीन अफरीदी, हारिस रऊफ और नसीम शाह पर।
न्यूजीलैंड – डार्क हॉर्स
न्यूजीलैंड ने पाकिस्तान में हाल ही में हुई त्रिकोणीय श्रृंखला जीतकर अपनी चैंपियंस ट्रॉफी में जगह बनाने की उम्मीदें बढ़ा दी हैं। उनके कप्तान केन विलियमसन शानदार फॉर्म में हैं और ग्लेन फिलिप्स और डेरिल मिशेल जैसे खिलाड़ी भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। न्यूजीलैंड की क्षमता बड़ी आईसीसी प्रतियोगिताओं में अच्छा प्रदर्शन करने की है, और यही कारण है कि उन्हें डार्क हॉर्स के रूप में देखा जा रहा है।
ऑस्ट्रेलिया की चिंता – तेज गेंदबाजों की अनुपस्थिति
ऑस्ट्रेलिया के लिए बड़ी चिंता यह है कि वे अपने प्रमुख तेज गेंदबाजों, पैट कमिंस, मिशेल स्टार्क और जोश हेजलवुड के बिना टूर्नामेंट में उतरेंगे। इसके अलावा, उनकी बैटिंग यूनिट भी हाल के समय में खराब फॉर्म में रही है। ऑस्ट्रेलिया को अब अपनी गेंदबाजी का नेतृत्व एडम ज़ांपा से उम्मीद होगी, जो पिछले कुछ वर्षों में शानदार फॉर्म में हैं।
इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका की चुनौतियाँ
इंग्लैंड की बैटिंग यूनिट में गिरावट आई है और उन्होंने हाल ही में 2023 विश्व कप में 7वें स्थान पर रहते हुए खराब प्रदर्शन किया। दक्षिण अफ्रीका भी शीर्ष क्रम में संघर्ष कर रहा है, और उनके गेंदबाजी और बैटिंग में असंतुलन साफ तौर पर देखा जा रहा है।
अनुमान:
भारत को सभी मुकाबलों में जीतने की उम्मीद है और वे ग्रुप A में टॉप कर सेमीफाइनल में पहुंच सकते हैं। पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच पहला मुकाबला ग्रुप B के दूसरे सेमीफाइनल स्थान के लिए महत्वपूर्ण होगा। ऑस्ट्रेलिया को ग्रुप B में शीर्ष पर रहते हुए क्वार्टर-फाइनल तक पहुंचने की संभावना है, जबकि इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका के बीच क्वार्टर-फाइनल का मुकाबला हो सकता है।
अंत में, अफगानिस्तान के खेल को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता, जो अपनी खुद की कहानी लिखने के लिए तैयार हो सकता है।