भारत ने पाकिस्तान को “आतंकवाद का वैश्विक केंद्र” करार दिया, सुरक्षा परिषद में की कड़ी आलोचना
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: भारत ने पाकिस्तान को “आतंकवाद का वैश्विक केंद्र” करार देते हुए कहा कि यह एक बड़ी विडंबना है कि इस्लामाबाद आतंकवाद से लड़ने का दावा करता है। भारत के स्थायी प्रतिनिधि पर्वतनेनी हरीश ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में पाकिस्तान की आतंकवाद के खिलाफ कथित लड़ाई पर तीखा हमला करते हुए कहा कि पाकिस्तान 20 से अधिक संयुक्त राष्ट्र-सूचीबद्ध आतंकवादी संगठनों को पनाह दे रहा है और सीमा पार आतंकवाद को राज्य स्तर पर समर्थन प्रदान कर रहा है।
हरीश ने कहा, “पाकिस्तान आतंकवाद का एक वैश्विक केंद्र बन चुका है, जो आतंकवादियों को पनाह देने के साथ-साथ उन्हें प्रशिक्षण और समर्थन भी देता है। यह विडंबना है कि पाकिस्तान आतंकवाद से लड़ने का दावा करता है, जबकि वह खुद आतंकवाद का पोषक है।” उन्होंने आगे कहा कि भारत लगातार पाकिस्तान द्वारा किए गए आतंकवादी हमलों का शिकार रहा है, जिनमें जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और हरकत उल मुजाहिदीन (HuM) जैसे कई आतंकवादी समूह शामिल हैं।
पाकिस्तान के उपप्रधानमंत्री इशाक डार द्वारा कश्मीर मुद्दा उठाए जाने पर हरीश ने कहा कि पाकिस्तान ने अवैध रूप से जम्मू और कश्मीर के कुछ हिस्सों पर कब्जा कर रखा है। उन्होंने कहा, “जम्मू-कश्मीर के लोगों ने पिछले साल हुए चुनावों में अपनी निष्ठा भारत के प्रति स्पष्ट रूप से जाहिर की।” हरीश ने यह भी कहा कि जम्मू-कश्मीर में लोकतंत्र पाकिस्तान के मुकाबले जीवंत और मजबूत है, और पाकिस्तान की गलत सूचनाएं और मिथ्या प्रचार जमीनी हकीकत को नहीं बदल सकते।
हरीश ने सुरक्षा परिषद में यह भी स्पष्ट किया कि पाकिस्तान के द्वारा कश्मीर के मुद्दे को उठाने का कोई औचित्य नहीं है, क्योंकि 1948 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा स्वीकार किए गए प्रस्ताव में यह स्पष्ट किया गया था कि पाकिस्तान को जम्मू-कश्मीर में घुसपैठियों को वापस बुलाने और राज्य में किसी भी प्रकार के आतंकवादी समर्थन को रोकने की आवश्यकता है।
इसी बीच, पाकिस्तान के उपप्रधानमंत्री इशाक डार ने आतंकवाद के खिलाफ पाकिस्तान की भूमिका को रेखांकित करते हुए दाएश, अल-कायदा, और अन्य आतंकवादी समूहों के खिलाफ पाकिस्तान के संघर्ष की बात की। हालांकि, भारत ने इस बात को खारिज करते हुए कहा कि पाकिस्तान ने कभी भी आतंकवाद के खिलाफ वास्तविक संघर्ष नहीं किया, बल्कि खुद आतंकवाद के पोषक के रूप में उभरा है।