प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत लिख रहा डिजिटल क्रांति की सफलता की गाथा: अमिताभ कांत
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: भारत में डायरेक्ट टू मोबाइल (डी2एम) की अपार संभावनाएं मौजूद हैं। भारत की अब तक की डिजिटल यात्रा उपलब्धियों भरी हैं। 2015 से लेकर अब तक भारत ने इस क्षेत्र में लंबा सफर तय कर लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश डिजिटल क्रांति की सफलता की गाथा लिख रहा है। उक्त बातें जी20 शेरपा और नीति आयोग के पूर्व सीईओ अमिताभ कांत ने इंडिया हैबिटेट सेंटर में आयोजित ‘ड्राइविंग इंडियाज टेकेड- डी2एम फॉर भारत-5जी ब्रॉडकास्ट’ शिखर सम्मेलन में कही।
आईआईटी कानपुर और सांख्य लैब के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित इस शिखर सम्मेलन को प्रधानमंत्री के सलाहकार तरूण कपूर, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव अपूर्व चंद्रा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव अभय करंदीगर, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सचिव एस. कृष्णन और दूरसंचार विभाग के सचिव नीरज मित्तल ने भी संबोधित किया।
अमिताभ कांत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब डिजिटल इंडिया का शुभारंभ किया था, उस समय प्रति व्यक्ति डेटा खपत में भारत की वैश्विक स्थिति 123 थी। 2021 में ही हम इस क्षेत्र में नंबर 1 की पायदान पर पहुंच गए। वहीं, प्रधानमंत्री के सलाहकार तरूण कपूर ने कहा कि हम एक ऐसे दौर में पहुंच गए हैं जहां बाजार लगातार बढ़ रहा है। ऐसे में ग्राहकों के लिहाज से कई विकल्पों की आवश्यकता है। एक बड़ा बाजार ही अधिक प्रतिस्पर्धा और विकल्प देगा।
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव अपूर्व चंद्रा ने कहा कि अल्प समय में डी2एम को सफलतापूर्वक लांच करना है तो प्रसार भारती को विस्तृत रुपरेखा तैयार करने पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है। प्रसार भारती एक सार्वजनिक संस्थान के रूप में डी2एम पारिस्थितिकी तंत्र को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाहन करेगा। डी2एम के लिए विस्तृत नीतिगत कार्ययोजना बनाने की मांग पर उन्होंने कहा कि मंत्रालय डी2एम के सहयोग के प्रति प्रतिबद्ध है।
विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव अभय करंदीगर ने कहा कि आज इंटरनेट उपयोग को ध्यान से देखे तो लगभग 70 से 75 प्रतिशत वीडियो डेटा है। इसलिए एक ऐसी तकनीक की आवश्यकता महसूस की जा रही है जो वीडियो के प्रसारण और खपत को अनुकूलित कर सके। इस लिहाज से डायरेक्ट टू मोबाइल एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सचिव एस. कृष्णन ने आईआईटी में हो रहे नित नए नवाचारों की तारीफ की। उन्होंने कहा कि सांख्य लैब और आईआईटी कानपुर का एक साथ आना सहयोगात्मक प्रयासों का नतीजा है।
भारत सरकार के दूरसंचार विभाग के सचिव नीरज मित्तल ने कहा कि भारत डिजिटल क्रांति के शिखर पर पहुंच गया है। टेलीकॉम इंफ्रास्ट्रक्चर भारत में डिजिटल इंडिया इकोसिस्टम को सक्षम बना रहा है। भारत सरकार और दूरसंचार विभाग ने यह सुनिश्चित किया है कि हमारा देश दूरसंचार उपकरण निर्माण में भी अग्रणी बनकर उभरे।
शिखर सम्मेलन में मोबाइल प्रसारण क्षेत्र में डायरेक्ट-टू-मोबाइल (डी2एम) प्रसारण को बढ़ावा देने के लिए ठोस कार्रवाइयों पर मंथन किया गया। विशेषज्ञों ने इस तकनीक के बारे में विस्तार से ना केवल बताया बल्कि दर्शकों के प्रश्नों का सिलसिलेवार जवाब भी दिया। शिखर सम्मेलन में ब्रॉडबैंड और 5जी के साथ इसके निर्बाध एकीकरण पर भी जोर दिया गया।