भारत ने गाबा टेस्ट में फॉलो-ऑन से बचने में सफलता पाई; राहुल, जडेजा और बुमराह की संघर्षपूर्ण पारी से ऑस्ट्रेलिया परेशान
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तीसरे टेस्ट मैच में 17 दिसंबर, मंगलवार को भारत ने शानदार संघर्ष दिखाया और फॉलो-ऑन से बचने में सफलता पाई। केएल राहुल (84) और रविंद्र जडेजा (77) की पारी और आखिरी विकेट के लिए जसप्रीत बुमराह (39*) और आकाश दीप (39*) की धमाकेदार बल्लेबाजी ने भारत को इस संकट से उबारते हुए ऑस्ट्रेलिया को हताश कर दिया। बारिश और भारत के चार बल्लेबाजों की जुझारू बल्लेबाजी ने ऑस्ट्रेलिया के हाथ से जीत छीन ली।
दूसरे दिन के पहले ही ओवर में जब KL राहुल ने स्लिप्स पर एक शॉट खेला, तो ऐसा लगा जैसे यह आसान कैच था, लेकिन स्टीव स्मिथ ने मौका गवा दिया और राहुल को जीवनदान मिल गया। राहुल ने इस मौके का पूरा फायदा उठाया और जुझारू पारी खेलते हुए भारत को संकट से निकाला।
वहीं, भारतीय कप्तान रोहित शर्मा एक बार फिर संघर्ष करते हुए नजर आए और 10 रन बनाकर पैट कमिंस के खिलाफ आउट हो गए। भारत 74/5 के स्कोर पर फंसा हुआ था और ऑस्ट्रेलिया फॉलो-ऑन के लिए तैयार लग रहा था। लेकिन राहुल ने अपने 50 रन पूरे किए और जडेजा के साथ 67 रनों की साझेदारी की, जिससे भारत को राहत मिली और बारिश ने भी उनका साथ दिया। पूरे दिन में चार बार बारिश ने खेल रोका, जिसके कारण ऑस्ट्रेलिया के लिए यह और भी कठिन हो गया।
राहुल ने 84 रन तक अपनी पारी को बढ़ाया और शतक की ओर बढ़ रहे थे, लेकिन नाथन लायन की गेंद पर स्टीव स्मिथ ने एक शानदार कैच पकड़कर राहुल को आउट कर दिया। इसके बाद जडेजा ने शानदार 50 रन बनाकर भारतीय टीम को संभाला और अपनी मशहूर तलवार की अभिव्यक्ति के साथ मना लिया।
हालांकि, एक बार फिर बारिश ने खेल को रोका और भारत ने फॉलो-ऑन से बचने के लिए काफी संघर्ष किया। जडेजा के बाद मोहम्मद सिराज और फिर आकाश दीप और बुमराह ने बचे हुए रन बनाए। बुमराह ने कमिंस के खिलाफ एक छक्का मारा और आकाश दीप ने भी एक चौका जड़ा, जिससे भारत ने फॉलो-ऑन से बचने में सफलता पाई।
इस संघर्षपूर्ण पारी के साथ भारत ने ऑस्ट्रेलिया को हताश किया और मैच को पांचवे दिन तक खींच लिया। अब ऑस्ट्रेलिया को यह देखना होगा कि वह कैसे भारत के इस जुझारू प्रदर्शन का मुकाबला करता है।
भारतीय क्रिकेट टीम के बल्लेबाजों ने यह दिखाया कि टेस्ट क्रिकेट में सिर्फ आक्रमकता ही नहीं, बल्कि संजीदगी और संघर्ष भी महत्वपूर्ण होते हैं। राहुल की संघर्षपूर्ण पारी और जडेजा की स्मार्ट बल्लेबाजी ने भारत को इस मैच में एक महत्वपूर्ण मोड़ दिया।