क्या राबड़ी स्टाइल में मुख्ययमंत्री बनने जा रही हैं कल्पना सोरेन ?

चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: बिहार में नब्बे का दशक याद कीजिए। तत्कालीन लालू यादव को जेल जाने की प्रबल संभावना थी और उन्होंने राजद विधायक दल की बैठक बुलाकर अपनी पत्नी राबड़ी देवी को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बिठा दिया। उस समय वो विधायक भी नहीं थी। ठीक यही परिस्थिति बिहार के पड़ोसी राज्य झारखंड में उत्पन्न हो गई है।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने प्रवर्त्तन निदेशालय के समन का जवाब नहीं दिया है। सातवीं बार निदेशालय ने बुलाया, लेकिन समय बीत जाने पर भी पेश नहीं हुए। राज्य के महाधिवक्ता से घंटा भर करीब विचार-विमर्श किया और उसके अपने पिता और पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन से मुलाकात की। उसके बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा सहित सत्ता में शामिल सभी राजनीतिक दलों के विधायकों को अपने आवास पर 3 जनवरी को दोपहर बाद साढे 4 बजे बुला लिया है। कहा जा रहा है कि बिहार की तरह ही यहां भी मुख्यमंत्री का चेहरा बदला जाएगा। हेमंत सोरेन अपनी पत्नी कल्पना सोरेन को विधायक दल की नेता घोषित कर देंगे। इसके बाद वह मुख्यमंत्री बन जाएंगे।
किसी प्रकार की अड़चन न आए इसके लिए दो दिन पहले ही गिरीडीह जिला के गांडेय विधानसभा सीट से विधायक सरफराज अहमद ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। यह तुरंत स्वीकार भी हो गया। कहा जा रहा है कि सरफराज अहमद को झारखंड मुक्ति मोर्चा की ओर से राज्यसभा में नामित किया जाएगा। इसकी पूरी पटकथा कुछ दिन पहले ही तैयार की जा चुकी है।
गौर करने योग्य यह भी है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा में वर्तमान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की भाभी सीता सोरेन जामा विधानसभा से कई बार की विधायक हैं। वर्तमान में भी ये विधायक हैं। वहीं, छोटे भाई वसंत सोरेन भी दुमका विधानसभा से विधायक हैं। बावजूद इसके हेमंत सोरेन ने केवल और केवल अपनी पत्नी कल्पना सोरेन पर भरोसा दिखाया है, जो अभी विधानसभा की सदस्य नहीं है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इसके लिए अपने विश्वस्त सरफराज अहमद से राजनीतिक तालमेल की और आखिरकार सरफराज अहमद ने विधानसभा की सदस्यता छोड़ दी। कहा जा रहा है कि हेमंत सोरेन ने इन्हें राज्यसभा भेजने का वादा किया है।