कुशवाहा ने किया रालोसपा का जदयू में विलय की घोषणा: कहा, अब नीतीश कुमार ही मेरा भविष्य तय करेंगे
चिरौरी न्यूज़
पटना: बिहार की राजनीतिक गलियारों में इस बात का अंदेशा पिछले कुछ दिनों से चला आ रहा था कि उपेंद्र कुशवाहा तक़रीबन 8 साल के बाद एक बार फिर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के छोटे भाई बनने जा रहे हैं।
आज पटना में एक प्रेस कांफ्रेंस में रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने रालोसपा के जदयू में विलय का आधिकारिक घोषणा की। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अपना बड़ा भाई बताते हुए कहा कि अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही मेरा भविष्य तय करेंगे। ये अब उनके हाथ में है कि आगे मेरा क्यो रोल रहेगा। वो मुझे और कार्यकर्ताओं को जो भी काम देंगे उसे करेंगे। कुशवाहा ने कहा कि मेरे बड़े भाई नीतीश पहले से ही मजबूत है। मेरे इस फैसले से बिहार और मजबूत हुआ है।
कुशवाहा ने जब प्रेस वार्ता में ये कहा कि हमारे पास सामाजिक और राजनीतिक संघर्ष के लिए इसके अलावा और कोई विकल्प नहीं बचा था तो इसमें उनकी मज़बूरी समझी जा सकती है। पहले लोकसभा चुनाव में करारी हार और उसके बाद विधानसभा में पार्टी की हार ने कुशवाहा का कद बिहार की राजनीति में बहुत छोटा कर दिया। उसपर उनके बहुत से सहयोगियों ने राष्ट्रीय जनता दल का हाथ थम लिया जिस से कुशवाहा पर दवाब और भी ज्यादा बढ़ गया।
कुशवाहा ने कहा कि कहा कि 2 दिनों तक हुई बैठक में पार्टी के सभी नेताओं ने मुझे फैसले के लिए अधिकृत किया था। काफी सोच समझ कर मैंने यह तय किया है कि जनता दल यूनाइटेड के साथ अपनी पार्टी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी का विलय कर दिया जाए। इससे ना केवल हमारा संघर्ष मजबूत होगा बल्कि बिहार की राजनीति में हम और ज्यादा सशक्त बनेंगे। इसलिए, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी ने नीतीश कुमार के नेतृत्व में जद (यू) के साथ विलय का फैसला किया है। अब हम उनके साथ खड़े हैं।
प्रेस कांफ्रेंस के बाद कुशवाहा के साथ रालसोपा कार्यकर्ता जदयू कार्यालय जा रहे हैं जहाँ मिलन कार्यक्रम में वो जदयू की सदस्यता ग्रहण करेंगे। इधर इस मिलन कार्यक्रम के लिए जदयू कार्यालय में भी वरिष्ठ नेता जुटने लगे हैं।