मैथिली कथाओं के सुगंध से सुवासित हुआ मधुबनी
चिरौरी न्यूज़
मधुबनी: आठवीं मैथिली कथा गोष्ठी का आयोजन शनिवार (26 दिसम्बर) को मधुबनी जिला स्थित नाजिरपुर ग्राम में सुगंध मिथिला (संस्कार भारती, बिहार प्रदेश से सम्बद्ध) संस्था द्वारा किया गया। वैद्य गणपति झा की अध्यक्षता में हुई कथा गोष्ठी का मंच संचालन वरिष्ठ साहित्यकारद्वय श्री अजित आजाद और प्रो. अशोक मेहता के द्वारा किया गया। गोष्ठी का उद्घाटन प्रख्यात भाषाविद श्री हरेकृष्ण झा ‘हरि’ द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया तथा संयोजन श्री शैलेन्द्र कुमार पांडे ने किया।
गोष्ठी में अंतरजातीय विवाह, पलायन, नारी जीवन आदि विषयों पर केंद्रित कथाओं का बोलबाला रहा। धीरेंद्र कुमार झा की कथा ‘मास्क’, विष्णुकांत मिश्र की ‘सिंटू बाबू’, सतीश साजन की ‘अप्पन गे अप्पन’, अखिलेश कुमार झा की ‘पढ़ाई या दवाई’, सोनू कुमार झा की ‘भूख’, धर्मेंद्र कुमार ‘भाई’ की ‘कर जनी कुसुम’, सदरे गौहर आलम की ‘विश्वास’, नवोनाथ झा की ‘पश्चाताप’, रेवती रमन झा की ‘हम विधवा छी’ शीर्षक कथाओं ने श्रोताओं को खूब प्रभावित किया।
मैथिली कथा गोष्ठी का आयोजन पिछले कई चरणों मे मैथिली साहित्य सेवियों के सानिध्य में होता आ रहा है। इसी क्रम में 8वीं कथा गोष्ठी का आयोजन नाजीरपुर ग्राम में सुगंध मिथिला द्वारा किया गया है। कथा गोष्ठी में संस्कार भारती (बिहार प्रदेश) के संगठन मंत्री वेद प्रकाश, मिथिला चित्रकला के उद्यमी राकेश झा ‘क्राफ्टवाला’ के साथ स्थानीय गणमान्य यथा मनोज ठाकुर, हरिओम शरण, रघुनाथ पांडे, श्याम पांडे, अरुण पांडे, विजयश्री टुन्ना आदि की महत्वपूर्ण उपस्थिति रही।