एनडीआरएफ ने मनाया 16 वां स्थापना दिवस
चिरौरी न्यूज़
नई दिल्ली: राष्ट्रीय आपदा मोचन बल(एनडीआरएफ) ने आज अपना 16 वां स्थापना दिवस मनाया। इस अवसर पर राजधानी नई दिल्ली में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। अपने सम्बोधन में नित्यानंद राय ने बल के जवानों और अधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि यह दिवस राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की उच्चस्तरीय व्यावसायिक दक्षता, दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत द्वारा अर्जित की गई उपलब्धियों को याद करने का सुअवसर है। राय ने कहा कि यह इस बल की कार्यकुशलता का ही परिणाम है कि गत वर्षों में आई विभिन्न आपदाओं के दौरान होने वाले जान माल के नुकसान को न्यूनतम स्तर पर लाया जा सका है। उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण के विज़न को साकार करते हुए एनडीआरएफ में महिलाओं को भी शामिल किया गया है जो पुरुष साथियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर हर आपदा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आपदा प्रबंधन को लेकर अत्यंत गंभीर है और बीते वर्ष देश में आई विभिन्न आपदाओं जैसे चक्रवात और बाढ़ के समय माननीय प्रधानमंत्री जी ने स्वयं गृह मंत्रालय और सम्बंधित राज्य सरकारों के साथ इनसे निपटने के लिए तैयारियों का जायज़ा लिया व भौतिक रूप से भी आपदा प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया, जिससे इन आपदाओ पर काबू पाने में देश ने सफलता पाई।
नित्यानंद राय ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह ने भी आपदा प्रबंधन के कार्य एवं योजनाओं की समय समय पर गहन समीक्षा की और एनडीआरएफ को समय-समय पर बहुमूल्य दिशा-निर्देश दिए। माननीय गृहमंत्री जी के मार्गदर्शन में एनडीआरएफ ने एससीओ संयुक्त अभ्यास (SCO Joint Exercise) 2019 तथा बिम्सटेक (BIMSTEC) 2020 जैसी अंतर्राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन से जुड़ी एक्सरसाइज का आयोजन किया गया जिससे किसी भी आपदा की स्थिति से आपसी सहयोग के साथ निपटा जा सके।
नित्यानंद राय ने इस अवसर पर राष्ट्रपति पदक तथा अन्य पुलिस पदकों से सम्मानित सभी पदक प्राप्तकर्ताओ को अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह अत्यंत गर्व का विषय है कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल ने गणतंत्र दिवस झांकी 2020 में पहली बार भाग लिया और प्रथम स्थान भी प्राप्त किया।कार्यक्रम में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के सदस्य श्री सैयद अता हसनैन और एनडीआरएफ के महानिदेशक सत्य नारायण प्रधान सहित केंद्र तथा राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए