अब एआर रहमान ने कहा, बॉलीवुड में नेपोटिज्म का है गैंग
शिवानी रज़वारिया
सुशांत सिंह राजपूत के निधन के बाद से फिल्मी दुनिया में जो उथल पुथल मची है वो आज से पहले कभी नहीं देखी गई हैं। बॉलीवुड में नेपोटिज्म और आउटसाइडर्स-इनसाइडर्स के बीच बढ़ती बहस रोज़ कोई ना कोई नई पोल खोलती है। शेखर कपूर के ट्वीट से शुरू हुई नेपोटिज़्म की ये लड़ाई, कंगना रनौत से होते हुए उनके कई फैंस तक पहुंच गई। सुशांत के फैंस उनके लिए इंसाफ की आवाज़ उठाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं तो वहीं ये चिंगारी दिन पर दिन बॉलीवुड जगत में भी आग बढ़ाती जा रही है।
बॉलीवुड की जानी मानी हस्तियों की भागीदारी से सुशांत सिंह राजपूत की मौत ने नेपोटिज़्म के पर्दे को गिराने का काम किया है। बॉलीवुड के जाने माने लेखक जावेद अख्तर जैसी हस्तियों का कहना है कि अगर अपने बच्चों को मदद करना नेपोटिज्म है तो देश के राजनेताओं से लेकर बिजनेसमैन भी नेपोटिस्ट हैं। टैलेंट और कड़ी मेहनत कभी खराब नहीं जाता है। तो वहीं लेजेंडरी म्यूजिक कंपोजर और ऑस्कर अवॉर्ड विजेता ए आर रहमान के बयान ने इस बहस को और तेज़ी दे दी हैं जिस पर डायरेक्टर शेखर कपूर ने भी ट्वीट किया ।
शेखर कपूर ने ट्वीट में लिखा, ‘तुम्हें पता है कि तुम्हारी दिक्कत क्या है ए। आर रहमान? तुम जाकर ऑस्कर अवॉर्ड्स जीत लाए। ऑस्कर बॉलीवुड में किस ऑफ डेथ के समान है। ये अवॉर्ड साबित करता है कि तुम्हारे अंदर इतना टैलेंट है कि बॉलीवुड इसे हैंडल नहीं कर पा रहा है।’
ए आर रहमान ने सुशांत सिंह राजपूत की आखिरी फिल्म “दिल बेचारा” में म्यूजिक दिया है। इस फिल्म में सुशांत के अलावा संजना संघी भी नजर आई थीं।
एक इंटरव्यू में ए आर रहमान से पूछा गया कि तमिल सिनेमा की अपेक्षा हिंदी सिनेमा में कम फिल्मों में काम क्यों करते हैं? जिसके जवाब में उन्होंने कहा, ‘मैं अच्छी फिल्मों को मना नहीं करता, लेकिन मुझे लगता है कि कोई गैंग है जो गलतफहमी के चलते गलत खबरें फैला रहा है। मुकेश छाबड़ा मेरे पास आए थे और उन्होंने मुझे इस बारे में बताया था।’ कंगना की डिजिटल टीम ने भी इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि बॉलीवुड में प्रताड़ना और बुलिंग तो इस इंडस्ट्री में सभी के साथ होती है।
सुशांत सिंह राजपूत की आख़िरी फिल्म डिज्नी हॉटस्टार पर रिलीज हो चुकी है। फिल्म को दर्शकों का ज़बरदस्त साथ मिला है यहां तक कि फ़िल्म को कई बॉलीवुड सितारों ने भी जबरदस्त रिस्पॉन्स दिया है और कई फैंस फिल्म देखने के बाद काफी इमोशनल भी नजर आए। सुशांत सिंह राजपूत की फिल्म दिल बेचारा का एंड देखकर उनके चाहने वालो का दिल भर आया आज भी उनके फैंस सुशांत के जाने को भुला नहीं पा रहे हैं।
पर इन सब बातों के बीच एक बात अभी भी कायम है फ़िल्म जगत की नामी गिरामी हस्तियों का इस तरह सामने आकर बोलना बॉलीवुड में अदृश्य नेपोटिज्म की दीवार के होने का दावा मज़बूत कर रहा हैं।