बहन की मौत पर गीता फोगाट ने कहा, हार-जीत जीवन का हिस्सा, हमें ऐसा नहीं करना चाहिए
चिरौरी न्यूज़
नई दिल्ली: भारत की स्टार महिला पहलवान गीता और बबिता फोगाट की ममेरी बहन 17 साल की रितिका फोगाट ने भरतपुर के लोहागढ़ स्टेडियम में चल रहे स्टेट लेवल सब जूनियर टूर्नामेंट के फाइनल में हारने के बाद कथित तौर पर फांसी लगाकर खुदकुशी की। स्टार पहलवान और 2010 की राष्ट्रमंडल खेल-2010 में महिला वर्ग में भारत के लिए कुश्ती में पहला स्वर्ण पदक दिलाने वाली गीता फोगाट बेहद दुखी हैं और उन्होंने कहा है कि हार-जीत खिलाड़ी के जीवन का हिस्सा होता है और किसी भी खिलाड़ी को ऐसे कदम नहीं उठाना चाहिए।
गीता फोगाट ने ट्विटर पर लिखा, “भगवान मेरी छोटी बहन मेरे मामा की लड़की रितिका की आत्मा को शांति दे। मेरे परिवार के लिए बहुत ही दुख की घड़ी है। रितिका बहुत ही होनहार पहलवान थी। पता नहीं क्यों उसने ऐसा कदम उठाया। हार-जीत खिलाड़ी के जीवन का हिस्सा होता है हमें ऐसा कोई कदम नहीं उठाना चाहिये।
रितु फोगाट ने रितिका की मौत पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा छोटी बहन रितिका की आत्मा को भगवान शांति दे। मुझे अभी भी विश्वास नहीं हो रहा है कि आपके साथ क्या हुआ।