मानसून सत्र से पहले विपक्ष ने सर्वदलीय बैठक में कांवड़ यात्रा, नीट पेपर लीक का मुद्दा उठाया
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: सूत्रों ने बताया कि संसद के मानसून सत्र से पहले रविवार को सरकार द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में कांवड़ यात्रा, नीट पेपर लीक और लोकसभा में उपाध्यक्ष पद के मुद्दे उठाए गए।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में भाजपा की ओर से जेपी नड्डा और किरेन रिजिजू मौजूद थे। कांग्रेस की ओर से गौरव गोगोई, जयराम रमेश और के सुरेश मौजूद थे। बैठक में लोजपा (रामविलास) नेता चिराग पासवान, समाजवादी पार्टी के राम गोपाल यादव, आम आदमी पार्टी के संजय सिंह, एआईएमआईएम के असदुद्दीन ओवैसी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रफुल्ल पटेल मौजूद थे।
सूत्रों ने बताया कि बैठक में समाजवादी पार्टी और आप ने उत्तर प्रदेश सरकार के उस विवादास्पद निर्देश का मुद्दा उठाया, जिसमें कांवड़ यात्रा मार्ग पर स्थित भोजनालयों को मालिकों के नाम प्रदर्शित करने को कहा गया था। कांग्रेस के गौरव गोगोई ने विपक्ष के लिए लोकसभा उपाध्यक्ष का पद मांगा और कहा कि यह पद “खाली नहीं होना चाहिए”।
बैठक में विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग भी उठाई गई। भाजपा के सहयोगी दल जनता दल (यूनाइटेड) और लोजपा (रामविलास) तथा राष्ट्रीय जनता दल ने बिहार के लिए मांग उठाई। जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली वाईएसआरसीपी ने भी आंध्र प्रदेश के लिए विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की।
जयराम रमेश ने आंध्र प्रदेश के लिए ऐसी मांग न उठाने के लिए भाजपा की एक अन्य सहयोगी तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) पर कटाक्ष किया। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में आज सदन के नेताओं की सर्वदलीय बैठक में जेडी(यू) नेता ने बिहार के लिए विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की। वाईएसआरसीपी नेता ने आंध्र प्रदेश के लिए विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की। हैरानी की बात है कि टीडीपी नेता इस मामले पर चुप रहे।”
संसद का मानसून सत्र 22 जुलाई, सोमवार से शुरू हो रहा है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 23 जुलाई, मंगलवार को केंद्रीय बजट पेश करेंगी। विपक्ष एनईईटी पेपर लीक मामले से लेकर रेलवे सुरक्षा तक के मुद्दों पर एनडीए सरकार को घेरने के लिए तैयार है।