जम्मू-कश्मीर आतंकी हमले के बाद पाक सेना प्रमुख का ‘गले की नस’ वाला भाषण फिर वायरल
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम जिले में मंगलवार को एक प्रमुख पर्यटन स्थल बैसारन घाटी में हुए भीषण आतंकी हमले में कम से कम 26 लोगों की मौत हो गई और 17 अन्य घायल हो गए। यह हमला पिछले दो दशकों में भारत में आम नागरिकों पर हुआ सबसे गंभीर आतंकी हमला बताया जा रहा है।
हमले के शिकार अधिकतर पर्यटक थे। मारे गए लोगों में 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक शामिल हैं। बैसारन घाटी, जिसे अक्सर “मिनी स्विट्ज़रलैंड” कहा जाता है, उस समय सैलानियों से भरी हुई थी जब आतंकियों ने घने जंगलों से निकलकर अंधाधुंध गोलियां चलाईं।
प्रत्यक्षदर्शियों द्वारा रिकॉर्ड किए गए वीडियो फुटेज में देखा गया कि लाशें चारों ओर बिखरी थीं और लोग मदद के लिए चीख-पुकार कर रहे थे।
यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब कुछ दिन पहले ही पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने कश्मीर को “पाकिस्तान की शिरा” (जुगुलर वेन) बताया था। उन्होंने 16 अप्रैल को इस्लामाबाद में ओवरसीज़ पाकिस्तानियों के सम्मेलन में कहा था कि, “हमारा रुख बिल्कुल स्पष्ट है, यह हमारी शिरा था, शिरा रहेगा और हम इसे नहीं भूलेंगे। हम अपने कश्मीरी भाइयों को उनके साहसी संघर्ष में कभी नहीं छोड़ेंगे।”
जनरल मुनीर ने 1947 की दो-राष्ट्र सिद्धांत का समर्थन करते हुए कहा था कि मुसलमान और हिंदू जीवन के हर पहलू में अलग हैं।
हमले की जिम्मेदारी द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली है, जो पाकिस्तान स्थित प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का एक छाया समूह है। TRF ने सोशल मीडिया पर एक संदेश में कहा कि वह “85,000 से अधिक बाहरी लोगों” को जम्मू-कश्मीर में बसाए जाने से नाराज़ है और इसे “जनसांख्यिकीय परिवर्तन” के प्रयास के रूप में देखता है।
हालांकि सरकार की ओर से अभी TRF की संलिप्तता की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
इस हमले के बाद जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था और अधिक कड़ी कर दी गई है और संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षाबलों की तैनाती को बढ़ाया गया है।