निज़्जर की हत्या से डरा पाकिस्तान, खालिस्तानी आतंकियों को सेना की सुरक्षित ठिकानों में किया ट्रांसफर

चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: कनाडा में छिपे खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज़्जर की हत्या के बाद भारत-कनाडा राजनयिक विवाद के बीच पाकिस्तान की सेना और खुफिया जांच एजेंसी आईएसआई ने कम से कम 20 खालिस्तानी आतंकवादियों और अपराधियों को सेना के सुरक्षित ठिकानों पर पहुंचा दिया है।
पाकिस्तान की सेना के नेतृत्व में यह पूरा ऑपरेशन अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने पोल खुलने की डर के बीच गुप्त तरीके से चलाया गया है।
कनाडा के साथ चल रहे राजनयिक विवाद के बाद भारत की जांच एजेंसियों ने आतंकी-गैंगस्टरों की लिस्ट बनाई है जो भारत से बाहर रहकर देश में आतंकी गतिविधियों में शामिल है। सूत्रों के अनुसार भारत ने ऐसी लिस्ट अमेरिका सहित कई देशों को सौंपी है। इस लिस्ट में पाकिस्तान में रह रहे की आतंकियों के नाम शामिल है जो कनाडा में भारत विरोधी संगठन के संपर्क में भी हैं।
एक रिपोर्टों में कहा गया है कि भारत में वांछित कम से कम 15 खालिस्तानी आतंकवादियों और गैंगस्टरों को इस्लामाबाद और ईरान के साथ देश की सीमा के पास के क्षेत्रों में 12 सेना के सुरक्षित घरों में स्थानांतरित कर दिया गया है।
जिन आतंकवादियों और गैंगस्टरों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है उनमें खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स के रणजीत सिंह उर्फ नेता, खालिस्तान लिबरेशन फोर्स के लखबीर सिंह रोडे, बब्बर खालसा के हरविंदर सिंह रिंदा, गंगा सिंह ढिल्लों और जगजीत सिंह शामिल हैं।
आईएसआई खालिस्तानी आतंकी और गैंगस्टरों की गठजोड़ पर बड़ी कारवाई करते हुए आज राष्ट्रीयय जांच एजेंसी ने पंजाब और हरियाणा सहित देश भर में 50 जगहों पे छापेमारी की है।
भारत में खालिस्तानी नेटवर्क के खिलाफ चल रही व्यापक कार्रवाई ने पाकिस्तान को चिंतित कर दिया है। पाकिस्तान को डर है कि ऐसे तत्वों के साथ उसके संबंध उसे विश्व स्तर पर बेनकाब कर सकते हैं। भारत पाकिस्तान पर भारत में वांछित अपराधियों और आतंकवादियों को बचाने और शरण देने का आरोप लगाता रहा है।
एनआईए ने 6 राज्यों में कई स्थानों पर छापेमारी की
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बुधवार को गैंगस्टरों और खालिस्तानी आतंकवादियों के खिलाफ बड़े पैमाने पर कार्रवाई के तहत पंजाब, दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश सहित छह राज्यों में कई स्थानों पर छापेमारी की।
अधिकारियों ने कहा कि ये ऑपरेशन खालिस्तानी समर्थक तत्वों (पीकेई) और आपराधिक तत्वों के नेटवर्क को खत्म करने के उद्देश्य से चल रहे थे। इन व्यक्तियों पर हिंसा के विभिन्न कृत्यों, जैसे लक्षित हत्याएं, सरकारी सुविधाओं पर हमले, जबरन वसूली, सीमाओं के पार हथियारों और नशीले पदार्थों के अवैध परिवहन के साथ-साथ कनाडा, ब्रिटेन, अमेरिका, और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में भारत विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने का आरोप लगाया गया है। संघीय एजेंसी ने पिछले हफ्ते चंडीगढ़ और अमृतसर में अमेरिका स्थित सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) गुरपतवंत सिंह पन्नू की दो संपत्तियों को भी जब्त कर लिया था।