‘पहलगाम पर पार्टियों को सरकार का समर्थन करना चाहिए’, मायावती ने ‘गंदी राजनीति’ के खिलाफ चेताया
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने बुधवार को सभी राजनीतिक दलों से आग्रह किया कि वे मतभेदों से ऊपर उठकर पहलगाम आतंकी हमले से संबंधित फैसलों पर भाजपा नीत केंद्र सरकार के समर्थन में एकजुट हों। इस हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई थी।
उनकी यह अपील घटना के बाद बढ़ते राजनीतिक तनाव और पार्टी के अंदरूनी निर्देशों के बीच आई है।
एक्स पर एक पोस्ट में मायावती ने कहा, “सभी दलों को एकजुट होकर पहलगाम आतंकी हमले के संबंध में सरकार द्वारा उठाए गए हर कदम का समर्थन करना चाहिए। पोस्टर लगाने और बयानबाजी आदि करके इसकी आड़ में गंदी राजनीति करने के बजाय, क्योंकि इससे लोगों में भ्रम पैदा हो रहा है, जो देश के लिए ठीक नहीं है।”
उन्होंने कांग्रेस और समाजवादी पार्टी को भी कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि डॉ. बी.आर. अंबेडकर का अपमान करने का कोई भी प्रयास बसपा की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया को जन्म देगा।
“इस मामले में भारतीय संविधान के निर्माता परम पूज्य बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर का अपमान कतई नहीं किया जाना चाहिए। खासकर सपा और कांग्रेस को इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए, अन्यथा बसपा उनके खिलाफ सड़कों पर उतर सकती है।”
मायावती की टिप्पणी कांग्रेस द्वारा एक्स पर अब हटाई जा चुकी पोस्ट को लेकर उठे विवाद के बाद आई है, जिसकी भाजपा ने आलोचना की थी। पोस्ट में बिना गर्दन या सिर के कुर्ता-चूड़ीदार पहने एक व्यक्ति की तस्वीर थी, जिसका शीर्षक था, “जिम्मेदारी के समय-गायब” जिसके बारे में भाजपा ने दावा किया कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए ‘सर तन से जुड़ा’ छवि को दर्शाता है। आलोचनाओं का सामना करते हुए कांग्रेस ने पोस्ट हटा दिया और अपने नेताओं से पहलगाम आतंकी हमले पर बिना सोचे-समझे टिप्पणी करने से बचने का निर्देश जारी किया। पार्टी ने स्पष्ट किया कि केवल पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, वरिष्ठ नेता राहुल गांधी और अधिकृत एआईसीसी पदाधिकारियों के बयान ही उसकी आधिकारिक स्थिति को दर्शाते हैं।