निजामाबाद में कराटे शिविरों की आड़ में पीएफआई ने दिए हथियारों की ट्रेनिंग, एनआईए जांच के घेरे में अब तक 25 लोग
चिरौरी न्यूज़
नई दिल्ली: गृह मंत्रालय (एमएचए) ने शनिवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के द्वारा कराटे कक्षाओं की आड़ में युवाओं को युद्ध और हथियारों में प्रशिक्षित करने के लिए तेलंगाना के निजामाबाद में शिविर आयोजित किए जाने की घटना की जांच के आदेश दिए हैं.
प्रशिक्षण शिविर आयोजित करने की आड़ में, कराटे मास्टर निर्दोष युवाओं को प्रेरित और सलाह दे रहा था और उन्हें “दूसरे धर्मों के लोगों पर हमला” करने के लिए प्रेरित कर रहा था।
अब एनआईए जांच करेगी कि क्या पीएफआई जिले में दंगे भड़काने की साजिश में शामिल था। कराटे प्रशिक्षक अब्दुल कादर समेत पीएफआई से कथित संबंध रखने वाले 25 लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सूत्रों के मुताबिक कादर ने कराटे की आड़ में कम से कम 200 लोगों को ट्रेनिंग दी है । सभी आरोपियों पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) और गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था और पुलिस कार्रवाई के दौरान आपत्तिजनक दस्तावेज और हथियार जब्त किए गए थे। इन हथियारों का कथित तौर पर मुस्लिम युवकों को प्रशिक्षण देने के लिए इस्तेमाल किया गया था।
एनआईए जांच करेगी कि पीएफआई ने इन शिविरों को कैसे वित्त पोषित किया और इन शिविरों को चलाने के लिए संगठन द्वारा प्राप्त विदेशी धन की भी जांच की जायेगी।