पीएम मोदी बोले, सेना को पूरी छूट है
चिरौरी न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली: चीन के साथ जारी सीमा विवाद में २० भारतीय सैनिकों की जान जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज सर्वदलीय बैठक में कहा कि भारत की सेना को अपने स्तर पर कारवाई करने की छुट है। स्थिति को सँभालने के लिए सेना को किसी भी परमिशन की जरुरत नहीं है।
बता दें कि चीन के साथ ये झड़प पिछले पांच दशक से भी ज्यादा समय में दोनों देशों के बीच हुआ सबसे बड़ा सैन्य टकराव है। हालांकि इस तनाव को निपटने के लिए कई स्तरों पर पहल की जा रही है, और उसी के मद्देनज़र ये सर्वदलीय बैठक बुलाई गयी थी। तनाव के बीच पीएम नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को सर्वदलीय वर्चुअल बैठक बुलाई थी जिसमें देश के करीब 20 राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि शामिल रहे, जिसमें मौजूदा हालात पर चर्चा हुई। बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी के अलावा गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस जयशंकर, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा व विभिन्न मंत्रालयों के अधिकारी मौजूद रहे ।
बैठक में पीएम मोदी ने कहा, “हमने सेना को अपने स्तर पर उचित कदम उठाने की छूट दी है, वहीं दूसरी तरफ डिप्लोमैटिक माध्यमों से भी चीन को अपनी बात दो टूक स्पष्ट कर दी है। मैं आपको भी आश्वस्त कर रहा हूं कि हमारी सेना देश की रक्षा के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है। उन्होंने कहा कि, ऐक्शन हो, काउंटर ऐक्शन हो, जल-थल-नभ में हमारी सेनाओं को देश की रक्षा के लिए जो करना है, वो कर रही है। आप सभी ने इस बैठक के लिए अपना समय दिया, अपने मूल्यवान सुझाव दिए इसके लिए मैं सभी दलों का , आप सभी नेतृत्व गण का हृदय से बहुत बहुत बहतु आभार व्यक्त करता हूं।“
पीएम मोदी ने कहा, चीन द्वारा एलएसी पर जो किया गया है, उससे पूरा देश आहत है, आक्रोशित है। ये भावना हमारी इस चर्चा के दौरान भी आप सबके माध्यम से बार-बार दिखाई दी है। चाहे ट्रेड हो, कनेक्टिविटी हो, काउंटर टेरेरिज्म हो, भारत ने कभी किसी बाहरी दबाव को स्वीकार नहीं किया है। राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए जो भी ज़रूरी कार्य हैं, जो भी जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण है, उसे इसी तरह तेज गति से आगे भी किया जाता रहेगा।
तेलंगाना सीएम के चंद्रशेखर राव ने घोषणा की कि गलवन घाटी में शहीद हुए कर्नल संतोष बाबू के परिवार को पांच करोड़ रुपये की आर्थिक मदद, एक आवासीय प्लॉट और उनकी पत्नी को ग्रुप-1 की नौकरी मिलेगी। राज्य सरकार ने वहां शहीद हुए अन्य 19 सैनिकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये देने की घोषणा की।
सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने सरकार से कई तीखे सवाल पूछे जिसमें उन्होंने कहा कि सरकार को ये सर्वदलीय बैठक उसी समय बुलाना चाहिए था जब लद्दाख में चीनी सेना ने घुसपैठ किया था। सोनिया गाँधी ने कहा कि इतना समय गुजर जाने के बाद भी इस संकट के अनेक पहलुओं से सरकार ने हमें अँधेरे में रखा।
सोनिया गांधी के कुछ सवालों में ये भी शामिल है कि चीनी सेनाओं ने लद्दाख में किस तारीख को घुसपैठ किया, और सरकार को इसकी जानकारी कब हुई। एक और सवाल में सोनियां गाँधी ने पूछा कि क्या सरकार को, नियमित रूप से, हमारे देश की सीमाओं की सेटेलाईट इमेज नहीं मिलती हैं? क्या हमारी खुफिया एजेंसियों ने बार्डर पर घुसपैठ की जानकारी नहीं दी? क्या सेना की ख़ुफ़िया विभाग ने सरकार को बार्डर पर चीनी कब्जे और भारतीय क्षेत्र में चीनी सेना की मौजूदगी के बारे सचेत नहीं किया?