पीएम मोदी ने पुरुलिया रैली में कहा, दीदी बोले खेला होबे, बीजेपी बोले विकास होबे
चिरौरी न्यूज़
नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल में जैसे जैसे चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है, राजनीतिक माहौल गर्म होता जा रहा है। आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पुरुलिया में तृणमूल कांग्रेस के नेता और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जम कर निशाना साधा। मोदी ने टीएमसी के स्लोगन खेला होबे पर तंज कसते हुए कहा कि, दीदी बोले खेला होबे। बीजेपी बोले चाकरी होबे, विकास होबे, शिक्षा होबे, हॉस्पिटल होबे, स्कूल होबे, सोनार बांग्ला होबे।
मोदी ने पुरुलिया की सबसे मुख्य समस्या पानी के बारे में कहा कि, राम ने सीता की प्यास बुझाने के लिए पुरुलिया की जमीन में तीर मारकर पानी निकाला था, लेकिन आज यहां सिचाईं की स्थिति बेहद खराब है। उन्होंने कहा कि राज्य में ममता सरकार ने विकास नहीं किया और अपने ही खेल में लगी रही।
उन्होंने कहा कि, ये धरती भगवान राम और मां सीता के वनवास की भी साक्षी रही है। यहां अजुध्या पर्वत है, सीता कुंड है और अजुध्या नाम से ग्राम पंचायत है। कहते हैं कि जब मां सीता को प्यास लगी थी, तो राम जी ने जमीन पर बाण मारकर पानी की धारा निकाल दी थी। लेकिन आज पुरुलिया में पानी का संकट बहुत बड़ी समस्या है। यहां के किसानों, आदिवासी-वनवासी भाई-बहनों को इतना पानी भी नहीं मिलता कि वो सही से खेती कर सकें। यहां की महिलाओं को पीने के पानी की व्यवस्था के लिए बहुत दूर जाना होता है। ममता बनर्जी की सरकार को जनता की समस्या से कोई लेना देना नहीं था, उन्होंने आम जन की समस्या पर कोई ध्यान ही नहीं दिया।”
पीएम ने कहा कि, बीजेपी की डबल इंजन की सरकार यहाँ की सभी समस्याओं को ख़त्म करने का काम करेगी।
पीएम ने मानता बनर्जी के तुष्टिकरण पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि 10 साल के तुष्टिकरण के बाद, लोगों पर लाठियां-डंडे चलवाने के बाद, अब ममता दीदी अचानक बदली-बदली सी दिख रही हैं। ये हृदय परिवर्तन नहीं है, ये हारने का डर है। ये बंगाल की जनता की नाराजगी है, जो दीदी से ये सब करवा रही है।
मोदी ने ममता बनर्जी के चंडीपाठ पर कटाक्ष किया। पीएम ने कहा कि जनता की नाराजगी की वजह से दीदी सब ये कर रही हैं। लेकिन दीदी बंगाल की जनता पुरानी बातों को भूली नहीं हैं।
पुरुलिया की रैली में पीएम ने कहा कि आपका उत्साह दिखा रहा है कि टीएमसी की पराजय तय है। इस बार बंगाल के चुनाव में सिंडिकेट वालों की पराजय होगी। इस बार बंगाल के चुनाव में कट मनी वालों की पराजय होगी। इस बार बंगाल के चुनाव में तोलाबाजों की पराजय होगी।