संयुक्त राष्ट्र में पीएम नरेंद्र मोदी: ‘योग सार्वभौमिक और सभी के लिए अनुकूलनीय है’
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में योग दिवस समारोह का नेतृत्व करते हुए इसे “सार्वभौमिक” बताया।
राष्ट्रपति जो बाइडेन और प्रथम महिला जिल बाइडेन के निमंत्रण पर अमेरिका की अपनी तीन दिवसीय राजकीय यात्रा के तहत न्यूयॉर्क में मौजूद पीएम मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत ‘नमस्ते’ से की और दूर-दूर से यहां आने के लिए सभी को धन्यवाद दिया।
ऐतिहासिक योग सत्र में संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष अधिकारियों, राजदूतों, दूतों, सदस्य देशों के प्रतिनिधियों के साथ-साथ 180 से अधिक देशों के प्रमुख लोगों ने भाग लिया।
योग का पहला अंतर्राष्ट्रीय दिवस 2015 में मनाया गया था और तब से इसे कई प्रतिष्ठित वैश्विक स्थानों पर चिह्नित किया गया है।
यहां पीएम मोदी के शीर्ष पांच उद्धरण हैं
– “योग भारत से आया है और यह बहुत पुरानी परंपरा है। योग कॉपीराइट, पेटेंट और रॉयल्टी भुगतान से मुक्त है।”
– “योग आपकी उम्र, लिंग और फिटनेस स्तर के अनुकूल है। योग पोर्टेबल है और वास्तव में सार्वभौमिक है।”
– “योग का मतलब एकजुट होना है।”
– “योग आंतरिक दृष्टि का विस्तार करता है, और हमें उस चेतना से जोड़ता है जो हमें जीव की एकता का एहसास कराती है, जीव के लिए प्रेम का आधार देती है।”
– “हमें योग के माध्यम से अपने अंतर्विरोधों, रुकावटों और प्रतिरोधों को खत्म करना है। हमें ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की भावना को दुनिया के सामने एक उदाहरण के रूप में प्रस्तुत करना है।”