प्रणब मुख़र्जी: भारतीय राजनीति का एक युग का अवसान
चिरौरी न्यूज़
नई दिल्ली: आज भारतीय राजनीति का एक युग का अवसान हो गया, जब भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी पंच तत्व में विलीन हो गए। भारत रत्न पूर्व राष्ट्रपति को आज पूरे राजकीय सम्मान के साथ दिल्ली में लोधी रोड़ स्थित श्मशान घाट पर आखिरी विदाई दी गई। इस से पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह समेत कई बड़े नेताओं ने उन के घर जाकर श्रद्धांजलि दी।
प्रणब दा के बारे में कहा जाता है कि वो राजनीति के अजातशत्रु थे। भारत की सभी राजनीतिक दलों में उन्हें यथोचित सम्मान मिलना इस बात का परिचायक है कि उनका कद कितना बड़ा था। प्रणब दा न सिर्फ कांग्रेस के नेता थे, बल्कि भारत के नेता थे। आज जब वो पंचतत्व में विलीन हो गए हैं, तो उनके सहृदयता की कहानी कई लोगों के जुबान पर हैं।
प्रणब दा को अंतिम विदाई के दौरान उनके बेटे अभिजीत मुखर्जी और बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी मौजूद रहीं। शवदाह गृह में मौजूद सभी लोगों ने अपने प्रिय नेता की विदाई के दौरान प्रणब दा अमर रहें के नारे भी लगाए। उनके अंतिम संस्कार से पहले उनके बेटे अभिजीत मुखर्जी ने सभी प्रक्रियाएं पूरी कीं। भारतीय राजनीति का जब भी इतिहास लिखा जाएगा, प्रणब दा के नाम का एक चैप्टर जरुर उसमें होगा।