पंजाब के मुख्यमंत्री ने गुरदासपुर और बठिंडा में सैनिक स्कूल की स्थापना की मंजूरी के लिए राजनाथ सिंह से की अपील

(फाइल फोटो)

चिरौरी न्यूज़

चण्डीगढ़:  पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने आज केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को गुरदासपुर जि़ले में डल्ला गोरियाँ में सैनिक स्कूल स्थापित करने के लिए किए गए समझौता पत्र (एम.ओ.ए.) को तुरंत मंज़ूरी देने और बठिंडा में तीसरे सैनिक स्कूल को भी मंज़ूरी देने की अपील की है।

केंद्रीय रक्षा मंत्री को लिखे एक पत्र में कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि राज्य सरकार केंद्रीय मंत्रालय से मंज़ूरी पत्र प्राप्त होते ही तीसरे सैनिक स्कूल के लिए एम.ओ.ए. पर हस्ताक्षर करेगी।

मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार ने पंजाब के दूसरे सैनिक स्कूल की स्थापना के लिए डल्ला गोरियाँ (जि़ला गुरदासपुर) में 40 एकड़ ज़मीन पहले ही आवंटित कर दी है और समझौता पत्र पर दस्तख़त करके इसको रक्षा मंत्रालय में पूर्व सैनिक कल्याण विभाग को सौंपा जा चुका है। हालाँकि, मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी राय के मुताबिक पंजाबी नौजवानों की आकांक्षाओं की पूर्ति के लिए यह भी काफ़ी नहीं है।

मालवा, दोआबा और माझा क्षेत्र जो राज्य की प्राकृतिक तौर पर भौगोलिक बाँट हैं, में कम-से-कम एक सैनिक स्कूल की ज़रूरत पर ज़ोर देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वह यह महसूस करते हैं कि बठिंडा में तीसरा सैनिक स्कूल इस ज़रूरत को उचित रूप में पूरा कर सकता है।

मुख्यमंत्री ने बताया कि सैनिक स्कूल प्रतिष्ठित संस्थान हैं, जिन्होंने देश भर में बच्चों को शिक्षा मुहैया करवाने में उच्च मानक को निरंतर बरकरार रखा है। उन्होंने कहा कि बहुत सालों से यह स्कूल नौजवानों को जि़म्मेदार नागरिक बनाने में अहम भूमिका निभाते आए हैं और इन स्कूलों से तालीम हासिल करने वाले विद्यार्थी आज सशस्त्र सेनाओं में बहुत से प्रमुख पदों पर देश की सेवा कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस समय में सैनिक स्कूल, कपूरथला ही पंजाब का एक सैनिक स्कूल है जो साल 1961 में स्थापित किया गया था। पंजाब के नौजवानों ने हमेशा ही फ़ौज में जाने और देश की सेवा करने के बेमिसाल जज़्बा प्रकट किया है, जिस कारण राज्य में और भी सैनिक स्कूल स्थापित किए जाने की तत्काल ज़रूरत है।

 

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