राकेश टिकैत का आरोप, प्रदर्शन कर रहे किसानों के टेंट को जबरन गिराने की कोशिश कर रहा प्रशासन
चिरौरी न्यूज़
नई दिल्ली: भारतीय किसान संघ (बीकेयू) के नेता राकेश टिकैत ने रविवार को केंद्र सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर प्रशासन विरोध स्थलों पर किसानों के टेंट को हटाता है, तो वे पुलिस स्टेशनों, जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय और सभी सरकारी कार्यालयों पर टेंट लगायेंगे और सरकारी दफ्तरों को गल्ला मंडी बना देंगे।
टिकैत ने मीडिया से बात करते हुए काहा कि, “हमें पता चला है कि प्रशासन जेसीबी की मदद से यहां टेंट को गिराने की कोशिश कर रहा है। अगर वे ऐसा करते हैं, तो किसान पुलिस थानों, डीएम कार्यालयों में अपना टेंट लगाएंगे।”
राकेश टिकैत ने आगे के आंदोलन के सवाल पर कहा, ”संसद में गल्ला मंडी लगेगी, सुप्रीम कोर्ट भी नज़दीक है और पार्लियामेंट भी। यहां की मंडी धीरे धीरे बन्द हो गई है तो उम्मीद है कि दिल्ली में दाम अच्छे मिल जाएंगे।” उन्होंने रास्ता रोकने के लिए भारत सरकार को जिम्मेदार बताया।
टिकैत ने आगे कहा, ”26 नवम्बर तक का सरकार को समय दिया है, नहीं तो हम भी अपने टेंट रिपेयरिंग का काम करवाएंगे। 6 महीने की और तैयारी करेंगे, वापस जाकर क्या करेंगे?” उन्होंने कहा कि काले कानून मुर्दा हैं जबतक अंतिम संस्कार नहीं करेंगे तो वापस कैसे जायेंगे।
इससे पहले उन्होंने ट्वीट किया, ‘अगर किसानों को जबरन सीमा से हटाने की कोशिश की गई तो वे देशभर के सरकारी दफ्तरों को गल्ला मंडी बना देंगे।
दिल्ली पुलिस ने गुरुवार रात को टिकरी और गाजीपुर सीमाओं पर लगाए गए बैरिकेड्स को हटाना शुरू कर दिया, जहां किसान केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे थे।
किसानों का आंदोलन शुरू होने के बाद से 11 महीने से अधिक समय से यह रोड बंद था और यात्री अपनी यात्रा के दौरान असुविधा का हवाला देते रहे हैं। किसान तीन अधिनियमित कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले साल 26 नवंबर से विभिन्न स्थलों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं: किसान उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) अधिनियम, 2020; मूल्य आश्वासन और कृषि सेवा अधिनियम 2020 और आवश्यक वस्तु (संशोधन) अधिनियम, 2020 पर किसान अधिकारिता और संरक्षण) समझौता। किसान नेताओं और केंद्र ने कई दौर की बातचीत की है लेकिन गतिरोध बना हुआ है।