रवि शास्त्री ने नितीश रेड्डी को बैटिंग ऑर्डर में ऊपर प्रमोट करने की दी सलाह

चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: पूर्व भारतीय मुख्य कोच रवि शास्त्री ने युवा आलराउंडर नितीश रेड्डी को भारतीय टेस्ट टीम में बैटिंग ऑर्डर में ऊपर प्रमोट करने की सख्त सलाह दी है। शास्त्री का मानना है कि मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) में उनके आक्रामक और नाबाद 85 रनों की पारी को देखते हुए उन्हें नंबर 6 पर प्रमोट किया जाना चाहिए। शास्त्री के ये बयान उस समय आए, जब नितीश ने तीसरे दिन के बादल और हल्की बारिश के बावजूद अपनी बल्लेबाजी से भारतीय टीम को संकट से बाहर निकाला।
रेड्डी और वॉशिंगटन सुंदर (नाबाद 40) की साझेदारी ने भारत को 326/7 तक पहुंचाया, और दोनों ने आठवें विकेट के लिए 105 रन की रिकॉर्ड साझेदारी की, जो न केवल फॉलोऑन को टालने में मददगार रही, बल्कि दोनों खिलाड़ियों की टीम में जगह की वैधता को भी साबित किया। भारत की टीम ने इस साझेदारी से स्पष्ट किया कि चयनकर्ताओं और कोच गौतम गंभीर के फैसले को सही ठहराया गया है।
रवि शास्त्री ने कहा, “जिस तरह से नितीश ने बल्लेबाजी की है, मुझे लगता है कि यह आखिरी बार है जब वह नंबर 7 पर बल्लेबाजी करेंगे। टीम के संतुलन को ध्यान में रखते हुए, उसे ऊपर के क्रम में, यानी 5 या 6 पर बल्लेबाजी करनी चाहिए, ताकि टीम को पांच गेंदबाजों के साथ 20 विकेट लेने का मौका मिले। नितीश ने चयनकर्ताओं और टीम प्रबंधन को वह विश्वास दिया है।”
शास्त्री ने यह भी कहा कि नितीश को प्रमोट करने से भारतीय बल्लेबाजी लाइन-अप मजबूत होगी और टीम को एक अतिरिक्त गेंदबाज खिलाने का मौका मिलेगा, जो टेस्ट क्रिकेट में सफलता के लिए महत्वपूर्ण है। “नितीश पूरी तरह से शीर्ष 6 में बल्लेबाजी करने के काबिल हैं। इससे खेल का संतुलन पूरी तरह बदल जाएगा,” शास्त्री ने जोड़ा।
हालांकि, भारत की संघर्षपूर्ण पारी के बावजूद ऑस्ट्रेलिया ने पहले पारी में 474 रन बनाए और 148 रन की बढ़त हासिल की। मेलबर्न का शांत पिच इस बात का संकेत दे रहा है कि मैच पांचवे दिन तक खत्म हो सकता है, क्योंकि किसी भी टीम के लिए 20 विकेट लेना मुश्किल होगा।
नितीश रेड्डी ने इस पारी में अपनी बल्लेबाजी से भारत को मुश्किल स्थिति से उबारा और पहली बार टेस्ट क्रिकेट में अपने कैरियर का अर्धशतक पूरा किया। 21 वर्षीय नितीश ने मिचेल स्टार्क की गेंद पर चौका मारकर यह उपलब्धि हासिल की और बाद में ‘पुष्पा: द राइज’ फिल्म से प्रेरित होकर अपनी खुशी का इजहार किया।
नितीश की इस पारी ने भारतीय टीम को कठिन स्थिति से बाहर निकाला, जब दूसरे दिन के अंत में भारत ने तीन महत्वपूर्ण विकेट खो दिए थे, जिनमें यशस्वी जायसवाल (82) और विराट कोहली (36) का विकेट शामिल था। तीसरे दिन रिषभ पंत और रवींद्र जडेजा की जल्दी-जल्दी आउट होने से टीम की समस्याएं बढ़ गई थीं, लेकिन नितीश और सुंदर की साझेदारी ने भारतीय टीम को फॉलोऑन से बचाया और रन की कमी को कम किया।
नितीश रेड्डी ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ियों में चौथा स्थान हासिल किया है। उनकी परिपक्वता और दबाव में ठंडे दिमाग से खेलना उनके पदार्पण मैच में ही प्रशंसा का कारण बना है।