एयर इंडिया की फ्लाइट में महिला पर पेशाब करने वाला शंकर मिश्रा बेंगलुरु से गिरफ्तार
चिरौरी न्यूज़
नई दिल्ली: एयर इंडिया की फ्लाइट में एक महिला सह-यात्री पर पेशाब करने के आरोपी मुंबई के व्यक्ति शंकर मिश्रा को कई दिनों तक फरार रहने के बाद बेंगलुरु से गिरफ्तार कर लिया गया है। सूत्रों ने कहा कि आरोपी शंकर मिश्रा बेंगलुरु में होम-स्टे में था, जब उसे पकड़ा गया था। दिल्ली पुलिस की एक टीम शुक्रवार रात से उसकी लोकेशन का पता लगाने की कोशिश कर रही थी।
गिरफ्तारी से बचने के लिए आरोपी ठिकाना बदल रहा था। दिल्ली पुलिस मुंबई और बेंगलुरु में छापेमारी कर रही थी क्योंकि इन दोनों शहरों में मिश्रा का कार्यालय है, और वह अक्सर दोनों शहरों की यात्रा करते हैं। दिल्ली पुलिस ने शंकर मिश्रा के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर (LOC) जारी किया था, क्योंकि उन्होंने इनकंपनीडो में जाने और जांच में शामिल होने से इनकार कर दिया था।
ऐसा आरोप है कि मिश्रा ने पिछले साल नवंबर में न्यूयॉर्क से नई दिल्ली जाने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट में बिजनेस क्लास में अपने सह-यात्री, सत्तर वर्षीया एक वरिष्ठ महिला पर पेशाब किया था।
शंकर मिश्रा के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 294 (सार्वजनिक स्थान पर अश्लील हरकत), 354 (महिला की लज्जा भंग करने के इरादे से उस पर हमला या आपराधिक बल), 509 (शब्द, हावभाव या कृत्य का मकसद महिला की लज्जा भंग करना) और 510 (शराबी व्यक्ति द्वारा सार्वजनिक रूप से दुराचार) के साथ-साथ विमान नियमों के तहत के तहत मामला दर्ज किया गया था।
अमेरिकी वित्तीय सेवा कंपनी वेल्स फारगो के लिए काम करने वाले मिश्रा को इस घटना के प्रकाश में आने और इस सप्ताह सुर्खियों में रहने के बाद कंपनी ने बर्खास्त कर दिया था। उन्होंने वेल्स फारगो के भारत चैप्टर के उपाध्यक्ष के रूप में कार्य किया।
इस बीच, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयर इंडिया को कारण बताओ नोटिस जारी किया है और दावा किया है कि इस घटना से निपटने का तरीका “गैर-पेशेवर” था। डीजीसीए ने यह भी कहा कि 26 नवंबर को पेशाब करने की घटना को संभालने के दौरान एयर कैरियर ने सही से ड्यूटी नहीं निभाया था।
शंकर मिश्रा ने क्या किया?
एयर इंडिया ने उस घटना की पुष्टि की जिसमें एक व्यक्ति ने नशे की हालत में एयर कैरियर की बिजनेस क्लास में बैठी एक महिला यात्री पर पेशाब किया। शंकर मिश्रा पर महिला की सीट पर जाने, अपनी पतलून की जिप खोलने, अपने निजी अंगों को दिखाने और उस पर पेशाब करने का आरोप है।
शिकायत के अनुसार, मिश्रा बुजुर्ग व्यक्ति की सीट पर खड़ा रहा, जबकि उसके शरीर के अंग खुले हुए थे। दूसरे यात्री ने उसे जाने के लिए कहा।
यह घटना तब सामने आई जब पीड़ित महिला यात्री ने टाटा समूह के अध्यक्ष एन चंद्रशेखरन को पत्र लिखकर अपनी निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि केबिन क्रू स्थिति के प्रति अत्यधिक असंवेदनशील थे। हालांकि, महिला की शिकायत की शुरुआत में ही शंकर मिश्रा के खिलाफ कोई सख्त या स्पष्ट कार्रवाई नहीं की गई थी।