एसजेवीएन लिमिटेड व्यावसायिकता, सामजिक जवाबदेही और टीम भावना के साथ अपने लक्ष्यों को पूरा करने में विश्वास रखता है: श्री नन्द लाल शर्मा
चिरौरी न्यूज़
शिमला: एसजेवीएन लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री नन्द लाल शर्मा ने कहा कि व्यावसायिकता, जवाबदेही, स्थिरता, टीम भावना, उत्कृष्टता, नवाचार और विश्वास के अपने अप्रतिम मूल्यों पर भरोसा करके अपने उद्देश्यों को प्राप्त करने में विश्वास करता है।
श्री नन्द लाल शर्मा एसजेवीएन लिमिटेड के एनुअल जनरल मीटिंग के बाद एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि एसजेवीएन का मानना है कि एक मजबूत प्रशासन को विकसित करना और सर्वोत्तम प्रशासन रीतियों को अपनाना सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है।
श्री नन्द लाल शर्मा ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2021-22 में एसजेवीएन का कुल कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व, व्यय 51.66 करोड़ रुपए है तथा विविध और कुशल नेतृत्व टीम कंपनी के अपने कार्यबल, व्यावसायिक भागीदारों और ग्राहकों के बीच नैतिक व्यवसाय रीतियों के उत्साही प्रचार के पीछे प्रेरक शक्ति है।
एसजेवीएन लिमिटेड के मुख्य पावर स्टेशन और ट्रांसमिशन लाइन
- 1500 मेगावाट नाथपा झाकड़ी जल विद्युत स्टेशन :यह भारत का सबसे बड़ा भूमिगत पावर स्टेशन है और यह मई 2004 से पूरी तरह से परिचालित है।एनजेएचपीएस की डिजाइन एनर्जी प्रति वर्ष 6612 मिलियन यूनिट है, लेकिन वितीय वर्ष 2020-22 में पावर स्टेशन ने 7098.93 मिलियन यूनिट का उत्पादन किया।एनजेएचपीएस ने 29 अगस्त 2022 को एक ही दिन में 39.526 मिलियन यूनिट ऊर्जा उत्पादित की और 39.524 मिलियन यूनिट के पिछले रिकॉर्ड को पार कर 18 जुलाई 2022 कोयह रिकॉर्ड प्राप्त किया।
- 412 मेगावाट रामपुरजल विद्युत स्टेशन : रामपुर हाइड्रो पावर स्टेशन एसजेवीएन की दूसरी परिचालित जल विद्युतपरियोजनाहै और एक कैस्केड प्लांट के रूप में नाथपा झाकडी पावर स्टेशन के साथ मिलकर काम करता है।412 मेगावाट रामपुर एचपीएस की डिजाइन ऊर्जा 1878 मिलियन यूनिट है, और पावर स्टेशन ने वितीय वर्ष 2020-21 में 1995.33 मिलियन यूनिट का उत्पादन किया।हाइड्रो पावर स्टेशन ने चालू वित्तीय वर्ष में 26 अगस्त 2022 को 10.908 एमयू का उच्चतम दैनिक उत्पादन भी हासिल किया।
- 47.6 मेगावाट खिरवीरे पवन ऊर्जा स्टेशन:एसजेवीएन ने महाराष्ट्र के अहमदनगर में 47.6 मेगावाट क्षमता का अपना पहला पवन ऊर्जा स्टेशन स्थापित कियाहै।स्टेशन को वर्ष 2014 में कमीशंड किया गया था और यह स्टेशन महाराष्ट्र राज्य ग्रिड को 47.6 मेगावाट विद्युतउपलब्ध कर रहा है।
- 5.6 मेगावाट चारंका सौर ऊर्जा स्टेशन:एसजेवीएन ने मार्च 2017 में गुजरात के चारंका सौर ऊर्जा स्टेशन में 5.6 मेगावाट क्षमता का अपना पहला सौर स्टेशन चालू किया, जिसके लिए गुजरात ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड के साथ 25 साल के विद्युत खरीद करार हस्ताक्षरितकिया हैं।
- 50 मेगावाट साडला पवन ऊर्जा स्टेशन:50 मेगावाट की स्थापित क्षमता वाला साडला पवन ऊर्जा स्टेशन गुजरात के साडला में है और एसजेवीएन की दूसरी पवन ऊर्जा परियोजना है।परियोजना के लिए विद्युत खरीदकरार पर गुजरात ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड (जीयूवीएनएल) के साथ हस्ताक्षर किए गए हैं।
- 1.31 मेगावाट ग्रिड कनेक्टेड सोलर पावर स्टेशन एनजेएचपीएस:बधालमें 1 मेगावाट सौर ऊर्जा संयंत्र और एनजेएचपीएस के सर्ज शाफ्ट में 310 किलोवाट सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित और कमीशंड किया गया है।दोनों पावर स्टेशन ग्रिड से जुड़े हुए हैं।
- 400 केवी, डी / सी क्रॉस बॉर्डर ट्रांसमिशन लाइन:भारत-नेपाल सीमा पार विद्युत पारेषण लाइन परियोजना पर भारतीय भाग (सीपीटीसी) अर्थात मुजफ्फरपुर-सुरसंड विद्युत पारेषण लाइन (86 किमी) 400 केवी, डी/सी मुजफ्फरपुर-धालकेबार का कार्य पूरा हो चुका है और फरवरी 2016 से परिचालन में है।
भावी प्रयास
भारत के माननीय प्रधान मंत्री ने एक महत्वाकांक्षी अक्षय ऊर्जा लक्ष्य अर्थात 2022 तक 175 गीगावाट और 2030 तक 500 गीगावाट निर्धारित किया है।उसी के साथ, एसजेवीएन का लक्ष्य 2023 तक 5000 मेगावाट, 2030 तक 25000 मेगावाट और 2040 तक 50000 मेगावाट की कंपनी बनना है, जिसमें अक्षय ऊर्जा के पोर्टफोलियो को कई गुना बढ़ाया जाएगा।एसजेवीएन पूरे भारत में सोलर, विंड, हाइब्रिड, फ्लोटिंग सोलर, ओशन हाइब्रिड प्लेटफॉर्म स्थापित करने के अवसरों की लगातार तलाश कर रहा है।ये अवसर आम तौर पर प्रतिस्पर्धी बोली प्रक्रियाओं के रूप में होते हैं।
एसजेवीएन प्रति वर्ष 1-1.5 गीगावॉट की दर से परियोजनाओं को जोड़ने के लिए सौर, पवन और हाइब्रिड (सौर + पवन) के लिए विभिन्न अन्य आगामी प्रतिस्पर्धी बोली प्रक्रियाओं में भागीदारी की आशा कर रहा है। इसके अलावा, एसजेवीएन सरकारी एजेंसियों से परियोजनाओं के सीधे आवंटन की भी उम्मीद कर रहा है।
समाज के प्रति अभिरुचि – सीएसआर प्रयास
एसजेवीएन, एक जिम्मेदार कॉर्पोरेट नागरिक होने के नाते, अपनी परियोजनाओं के आसपास रहने वाले समुदाय के कल्याण के लिए सदैव प्रयासरत है तथा भारत सरकार के दिशा निर्देशों के अनुरूप कोविड तथा स्वच्छता एवं राष्ट्रभाषा हिन्दी को बढ़ावा देने के लिए कंपनी ने एक सुविचारित कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व और स्थिरता नीति तैयार कीहै तथा कंपनी अधिनियम, 2013 के अनुरूपउसे अपनाया है।
स्वास्थ्य देखभाल और स्वच्छता, शिक्षा और कौशल विकास,समाज के कमजोर वर्गों का सशक्तिकरण,लैंगिक समानता को बढ़ावा देना,बुनियादी ढांचा और सामुदायिक विकास,संस्कृति, विरासत और खेल को बढ़ावा तथा संरक्षणदेना,सतत विकासको बढ़ावा देने तथा प्राकृतिक आपदाओं के दौरान सहायता करने के साथ सीएसआर और स्थिरता कार्यक्रम ‘एसजेवीएन फाउंडेशन’ के माध्यम से कार्यान्वित किए जाते हैं।
एसजेवीएन का मानना है कि एक मजबूत प्रशासन को विकसित करना और सर्वोत्तम प्रशासन रीतियों को अपनाना सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है। वित्तीय वर्ष 2021-22 में एसजेवीएन का कुल कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व,व्यय 51.66 करोड़ रुपए है तथा विविध और कुशल नेतृत्व टीम कंपनी के अपने कार्यबल, व्यावसायिक भागीदारों और ग्राहकों के बीच नैतिक व्यवसाय रीतियों के उत्साही प्रचार के पीछे प्रेरक शक्ति है।
मोबाइल स्वास्थ्य सेवा वर्ष 2012 में4 राज्यों यथा हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार और महाराष्ट्र के 11 जिलों, 101 ग्राम पंचायतों और 197 सामुदायिक स्थानों को कवर करते हुए लोगों को उनके दरवाजे पर सुविधा प्रदान करने के लिए शुरू की गई थी।
एसजेवीएन अपनी सामाजिक प्रतिबद्धता को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है और हमेशा सीएसआर कार्यक्रमों के माध्यम से हितधारकों के जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए सदैव प्रयासरत है तथा पर्यावरण संरक्षण के लिए सर्वोत्तम रीतियों का भी अनुपालन करता है।
एसजेवीएन, व्यावसायिकता, जवाबदेही, स्थिरता, टीम भावना, उत्कृष्टता, नवाचार और विश्वास के अपने बहुमूल्य मूल्यों पर भरोसा करके अपने उद्देश्यों को प्राप्त करने में विश्वास करता है। हम, एसजेवीएन में वर्ष 2040 तक 50,000 मेगावाटकी कंपनी बनने और यहां तक किवर्ष 2047 तक 60,000मेगावाट कंपनी बनने के लक्ष्य से आगे बढ्ने के अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए ‘देवी एप’(देवी ऐप) (निर्णय लेनेकी क्षमता, दक्षता, मूल्य, अखंडता, वैकल्पिक प्रस्तावों और आयोजना) के सुनहरे मंत्र का पालन कर रहे हैं।