एसजेवीएन ने 300 मेगावाट नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं के लिए विद्युत खरीद करार पर हस्ताक्षर किए
चिरौरी न्यूज
शिमला: श्री नन्द लाल शर्मा, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, एसजेवीएन ने बताया कि एसजेवीएन ने 300 मेगावाट नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं के लिए विद्युत खरीद करार (पीपीए) पर हस्ताक्षर किए है। पीपीए पर एसजेवीएन की पूर्ण स्वामित्व वाली अधीनस्थ कंपनी एसजेवीएन ग्रीन एनर्जी लिमिटेड द्वारा करार किया गया।
श्री नन्द लाल शर्मा ने कहा कि मुंबई में महाराष्ट्र राज्य विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड (एमएसईडीसीएल) के साथ 200 मेगावाट सौर ऊर्जा परियोजना क्षमता के लिए पीपीए हस्ताक्षरित किया है। एक अन्य पीपीए 100 मेगावाट पवन ऊर्जा क्षमता के लिए सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एसईसीआई) के साथ दिल्ली में हस्ताक्षरित किया गया है।
परियोजनाओं के बारे में बताते हुए श्री नन्द लाल शर्मा ने अवगत करवाया कि महाराष्ट्र में 200 मेगावाट ग्राउंड माउंटेड सौर परियोजना की विकास लागत लगभग 1200 करोड़ रुपए है। एसजीईएल ने एमएसईडीसीएल द्वारा आयोजित ई-रिवर्स नीलामी में प्रतिस्पर्धी बोली प्रक्रिया के माध्यम से यह परियोजना 2.90 रुपए प्रति यूनिट के टैरिफ पर हासिल की है। इस परियोजना की कमीशनिंग दिसंबर 2024 तक संभावित है। इस परियोजना से प्रथम वर्ष में 456 मि.यू. विद्युत उत्पादन होने की आशा है और 25 वर्षों की अवधि में संचयी ऊर्जा उत्पादन लगभग 10481 मि.यू. होगा।
100 मेगावाट पवन ऊर्जा परियोजना की विकास लागत लगभग 750 करोड़ रुपए है। यह परियोजना ई-रिवर्स नीलामी के माध्यम से निर्माण, स्वामित्व और प्रचालन के आधार पर 2.90 रुपए प्रति यूनिट की दर से हासिल की गई है। इस परियोजना के मार्च 2025 में कमीशन होने की उम्मीद है। इस परियोजना से प्रथम वर्ष में 289.27 मि.यू. ऊर्जा उत्पादन होने की आशा है और 25 वर्षों की अवधि में संचयी ऊर्जा उत्पादन लगभग 7231.75 मि.यू. होगा। इन परियोजनाओं के कमीशनिंग से वर्ष 2070 तक भारत सरकार के शुद्ध शून्य उत्सर्जन के मिशन में योगदान देने के लिए 8,67,916 टन कार्बन उत्सर्जन कम होने की उम्मीद है।
गैर-जीवाश्म स्रोतों से वर्ष 2030 तक 500 गीगावॉट ऊर्जा उत्पादन करने के माननीय प्रधानमंत्री, श्री नरेंद्र मोदी के विजन की पृष्ठभूमि में एसजेवीएन ने नवीकरणीय ऊर्जा के विकास के लिए एक महत्वाकांक्षी यात्रा आरंभ की है। एसजेवीएन इस विजन को आगे बढ़ाने के लिए अपने पोर्टफोलियो में महत्वपूर्ण नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं को जोड़ रहा है। हाल ही में जोड़ी गई नई परियोजनाएं कंपनी को वर्ष 2023-24 तक 5000 मेगावाट, 2030 तक 25000 मेगावाट और वर्ष 2040 तक 50000 मेगावाट की स्थापित क्षमता के अपने साझा विजन को साकार करने की दिशा में ले जा रही हैं।