बीजापुर मुठभेड़ में अब तक 22 जवान हुए हैं शहीद; नक्सलियों ने अत्याधुनिक हथियार और रॉकेट लॉचर के साथ किया था हमला
चिरौरी न्यूज़
नई दिल्ली: छत्तीसगढ़ के बाजीपुर में सुरक्षाबल और नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में 22 जवान शहीद हो गये। इस हमले में 15 नक्सलियों के भी मारे जाने की खबर है जबकि कई नक्सलियों के घायल होने की अपुष्ट सुचना है। नक्सलियों के हमले में कुल 32 जवान घायल हुए हैं, जिसमें 25 जवानों का इलाज बीजापुर अस्पताल में हो रहा है।
छत्तीसगढ़ पुलिस ने दावा किया है कि इस हमले में सुरक्षा बालों ने 9 नक्सलियों को भी मार गिराया है। साथ ही पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, सुरक्षाबलों ने घटनास्थल से एक महिला नक्सली का शव भी बरामद किया है।
बता दें कि सुरक्षा बलों को नक्सलियों के एक जगह जमा होने की खुफिया जानकारी मिली थी और इसके बाद ऑपरेशन लॉन्च किया गया था। नक्सल विरोधी अभियान में बीजापुर जिले के तर्रेम, उसूर, सुकमा जिले के मिनपा और नरसापुरम से लगभग दो हजार जवान शामिल थे। 3 अप्रैल की दोपहर को सुकमा-बीजापुर बॉर्डर पर जोनागुडा गांव के समीप नक्सलियों ने घात लगाकर हमला किया।
बताया जा रहा है कि नक्सलियों ने ना सिर्फ अत्याधुनिक हथियारों जिसमें एलएमजी और रॉकेट लॉन्चर जैसे कई खतरनाक हथियार भी शामिल थे, से हमला किया बल्कि देशी नुकली हथियारों से भी सुरक्षाबलों पर हमला किया है।
ऑपरेशन से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि नक्सलियों की पहले से बनायी गयी योजना थी। हमारी सेना ने नक्सलियों की गोलियों का मुंहतोड़ जवाब दिया । सूत्रों की मानें तो हमला करने वाले नक्सलियों की संख्या 200 से 300 की थी।
इधर दिल्ली में मुठभेड़ को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से बातचीत कर हालात की ताजा जानकारी ली और सीआरपीएफ महानिदेशक को निर्देश दिए कि वे तत्काल छत्तीसगढ़ जाएं। केंद्रीय गृह मंत्री ने इस मुठभेड़ में शहीद हुए जवानों के प्रति श्रद्धा श्रद्धांजलि व्यक्त करते हुए कहा कि देश उनके बलिदान को कभी भुला नहीं पाएगा। हम शांति और विकास के दुश्मनों से लगातार लड़ते रहेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में सुरक्षाकर्मियों के शहीद होने पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उनके बलिदान को कभी नहीं भुलाया जाएगा। उन्होंने ट्वीट में कहा, “मेरी संवेदनाएं छत्तीसगढ़ में माओवादियों से लड़ते हुए शहीद होने वाले जवानों के परिवारों के साथ हैं। वीर शहीदों के बलिदान को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना है।”