सुशांत केस: जाना था जापान, पहुंच गए चीन…
बाॅलीवुड के अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की हत्या की गई या उसने आत्महत्या की, यह अब तक लोगों के लिए पहेली ही है। काफी हो हल्ला के बाद सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा कि मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए। महीना दिन के करीब सीबीआई को जांच शुरु हुए हो गया। लेकिन, सच जनता के सामने अभी तक नहीं आया। हां, इतना जरूर हुआ कि इस केस में रिया चक्रवर्ती को लेकर जो जांच शुरू हुई, वह प्रवर्तन निदेशालय होते हुए नारकोटिक्स ब्यूरो यानी एनसीबी तक पहुंचे। एनसीबी की एंट्ी क्या हुई, मामला सुशांत केस से अधिक बाॅलीवुड में ड्रग्स की पैठ पर जा टिकी है। एक के बाद एक दर्जनों लोगों को सलाखों के पीछे भेज दिया गया है। कइयों को सम्मन भेजा जा चुका है और जैसे-जैसे सेलिबेटिज के नाम आ रहे हैं, हल्ला अलग सुर में हो रहा है।
असल में, सुशांत केस की जांच अब बाॅलीवुड में ड्ग्स पर आ टिकी है। राजनीतिक बयानबाजी और बाॅलीवुड के पैरोकारों के बीच बहस-मुहाबिसों का दौर जारी है। ऐसे में कहा जा सकता है कि सुशांत केस का कुछ हो न हो, लेकिन हम उम्मीद कर सकते हैं कि बाॅलीवुड में यह एक तरह से स्वछता अभियान है। बॉलीवुड ड्रग मामले में अब एक और बड़ा खुलासा हुआ है। रिया चक्रवर्ती, सारा अली खान, रकुलप्रीत सिंह, श्रद्धा कपूर के बाद इस लिस्ट में अब दीपिका पादुकोण का भी नाम जुड़ गया है। दीपिका पादुकोण की ड्रग चैट सामने आई हैं जिसमें खुलासा हुआ है कि दीपिका ड्रग्स को लेकर करिश्मा से चैट करती हैं। बता दें कि सुशांत सिंह राजपूत केस में सारा अली खान का नाम थाईलैंड की यात्रा में सामने आया था। ऐसा कहा गया था कि सुशांत और सारा अली खान एक दूसरे को डेट कर रहे थे। हालांकि दोनों के बीच किसी वजह से ब्रेकअप हो गया था। जबकि सिमोन का नाम रिया की ड्रग चैट में लिया गया था। वहीं, रकुल प्रीत सिंह का नाम रिया चक्रवर्ती ने एनसीबी को अपने 20 पन्ने के बयान में बताया है।
ऐसा नहीं है कि यह पहली बार हुआ है। यदि हम यह कहें कि बाॅलीवुड और ड्ग्स का दशकों पुराना रिश्ता हैं, तो गलत नहीं होगा। बॉलीवुड के कई ऐसे स्टार्स हैं जो नशे को अपनी आदत में शुमार कर अपना करियर खत्म कर चुके हैं। इस कड़ी में सबसे पहले नाम आता है बॉलीवुड के ‘संजू बाबा’ यानि कि संजय दत्त का। बता दें कि संजय दत्त तकरीबन 12 साल तक ड्रग्स के नशे में डूबे रहे। इसके बाद उनके पिता एक्टर सुनील दत्त उनका नशा छुड़वाने के लिए अमेरिका ले गए। अमेरिका में संजय की नशे करने की आदत लगभग छूट गई लेकिन आज भी वह नॉर्मल स्मोकिंग करते नजर आते हैं।एक्टर राज बब्बर और स्मिता पाटिल के बेटे प्रतीक बब्बर का बॉलीवुड सफर कुछ ज्यादा लंबा और सफल नहीं रहा। प्रतीक नशा मुक्ति केंद्र में कई बार आ-जा चुके हैं। एक समय ऐसा आ गया था जब प्रतीक नशे में अपनी जिंदगी पूरी तरह तबाह कर चुके थे। लेकिन प्रतीक ने खुद को सुधारते हुए अपनी जिंदगी को फिर से एक नई उड़ान दी और आज वह नशे की आदत को बिल्कुल छोड़ चुके हैं।
बहुत ही कम लोग गीतांजलि के बारे में जानते हैं। बता दें कि वह 90 के दशक की एक मॉडल रह चुकी हैं और कई टीवी शो में काम कर चुकी हैं। लेकिन नशे की बुरी लत की वजह से वह आज दुनिया में नहीं रही हैं। बॉलीवुड के चॉकलेट और चार्मिंग एक्टर रणबीर सिंह का नाम भी इस लिस्ट में शामिल है। रणबीर सिंह को शूटिंग के दौरान स्मोक करते अकसर देखा जाता है। यहां तक कि उन्होंने खुद यह बताया कि वह एक्टिंग स्कूल में पढ़ने के दौरान से ही स्मोकिंग कर रहे हैं। डीजे अकील का रियल नाम अकील अली है। वह एक सिंगर और म्यूजिक कंपोजर हैं। वह बॉलीवुड के सुपरहीरो ऋतिक रोशन के साले भी हैं। खबर है कि नशे की लत ने इनके करियर को बर्बाद कर दिया। वहीं, दुबई में ड्रग्स के केस में इन्हें गिरफ्तार भी किया गया था।बॉलीवुड के ‘हीमेन’ यानि कि धर्मेंद ने फिल्म यमला पगला दिवाना 2 के प्रमोशन के दौरान बताया कि कैसे उनके करियर को ड्रग्स की आदत ने बर्बाद कर डाला था। धर्मेंद्र हमेशा ऑवर लिमिट शराब का सेवन करते थे। लेकिन 2011 से उन्होंने अपने स्वास्थ्य की चिंता कर इस बुरी आदत को छोड़ दिया है।
एक समय था जब बच्चे-बच्चे की जुबां पर ‘यो-यो हनी सिंह’ रटा हुआ था। लेकिन अब यह नाम गुमनामी के अंधेरे में कहीं खो चुका है। एकाएक करोड़ों लोगों को अपना फैंस बनाने वाले हनी सिंह नशे की हालात में खुद को भूल बैठे हैं। लेकिन अब धीरे-धीरे उनकी हालात में सुधार देखा जा रहा है।90 के दशक की खूबसूरत हीरोइन और ब्लॉकबस्टर फिल्म करण-अर्जुन से लोगों के दिलों में बसने वालीं ममता कुलकर्णी का नाम बॉलीवुड से पूरी तरह मिट चुका है। नशे की लत ने उनके करियर को ही नहीं बल्कि देश से उनकी पहचान को भी खत्म कर दिया है। इतना ही नहीं वे आज भी अकसर किसी ना किसी विवाद में फंसती नजर आती हैं। बॉलीवुड डायरेक्टर्स की लिस्ट का जाना माना नाम महेश भट्ट भी नशे के इतने आदी हो गए थे कि घर में उनके पास कोई भी बैठना नहीं चाहता था। महेश ने भी अपनी इस आदत को छोड़ने का कारण बताया। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी शाहीन उनके पास बैठने से कतराने लगी तो उन्होंने इस बुरी आदत को छोड़ना मुनासिब समझा।
बहरहाल, 14 जून को सुशांत सिंह राजपूत ने आखिर किन वजहों से अपनी जिंदगी खत्म कर ली थी। वे अवसाद या किसी अन्य तरह की मानसिक समस्या से जूझ रहे थे, या उन पर करियर का दबाव था। उनकी मौत वाकई आत्महत्या थी या इसके पीछे कोई साजिश थी। ये सारे सवाल अभी कुछ समय पहले तक रोजाना टीवी चैनलों की चर्चा का हिस्सा बने हुए थे। उनकी रंगीन और ब्लैक एंड व्हाइट तस्वीर बैकग्राउंड में होती थी और पूरा माहौल बनाकर उनके जीवन के आखिरी दिनों को रिक्रिएट किया जाता था। तब नेपोटिज्म पर भी खूब विवाद हुआ और करण जौहर से लेकर आलिया भट्ट तक इसके निशाने पर रहे। आलिया भट्ट की नई फिल्म सड़क-2 तो दुष्प्रचार का शिकार ही बन गई। नेपोटिज्म पर बहस छिड़ी तो कई संघर्षशील कलाकारों को लगा कि इस बहाने उनकी आवाज भी सुनी जाएगी। सुशांत के साथ-साथ उन्हें भी न्याय मिल जाएगा। लेकिन ऐसा तब होता जब इस नकली विमर्श के तामझाम का मकसद सचमुच किसी को इंसाफ दिलाना होता। यह सब तो विशुद्ध राजनैतिक प्रहसन की पटकथा है। जिसमें एक आत्महत्या से शुरु हुई बहस नेपोटिज्म से होते हुए पितृसत्तात्मक समाज, वंशवाद और अब बेटी का अपमान नहीं होने देंगे तक पहुंच चुकी है।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक हैं।)