भारतीय कृषि को आत्मनिर्भर बनाने में महिला किसानों का योगदान महत्वपूर्ण: पुरुषोत्तम रूपाला

चिरौरी न्यूज़

नई दिल्ली: भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली ने वर्चुअल माध्यम से आज “अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस – 2021” मनाया। केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री श्री पुरुषोत्तम रूपाला ने ज़ोर देकर कहा कि मानव जीवन के विभिन्न मोर्चों पर महिलाओं के महत्वपूर्ण योगदान का जश्न मनाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। उन्होंने केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं पर भी प्रकाश डाला, जिनका उद्देश्य जीवन के हर पहलू में महिलाओं को सशक्त बनाना है। श्री रुपाला ने कहा कि “# नारी शक्ति” जीवन विज्ञान, राजनीति, अभियांत्रिकी, औषधि, कला, खेल, शिक्षा, कृषि और सेना आदि सभी क्षेत्रों में, पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही है।

केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री श्री कैलाश चौधरी ने कहा कि महिलाओं ने समाज के हर क्षेत्र में अग्रणी कार्य किया है। उन्होने जोर देकर कहा है कि कृषि और खेती बाड़ी के क्षेत्रों में महिलाओं का योगदान सराहनीय है। श्री कैलाश चौधरी ने कहा कि कड़ी मेहनत के कारण देश को महिलाओं पर गर्व है। श्री चौधरी ने प्रधानमंत्री की विभिन्न महिला केंद्रित लाभकारी योजनाओं “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि इसका उद्देश्य विभिन्न मोर्चों पर महिलाओं को सशक्त बनाना है ताकि उन्हें सम्मानजनक और आत्मनिर्भर जीवन जीने में मदद मिल सके। कृषि मंत्री ने जोर देकर कहा कि किसानों की आय को दोगुना करने के उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए महिलाओं की भूमिका महत्वपूर्ण है।

कृषि अनुसंधान और शिक्षा विभाग (डीएआरई) के सचिव और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के महानिदेशक डॉ. त्रिलोचन महापात्र ने कहा कि कृषि क्षेत्र को समृद्ध बनाने में महिलाओं का योगदान महत्वपूर्ण है। श्री महापात्र ने कहा कि परिषद कृषि और खेती बाडी क्षेत्रों में महिला नेतृत्व का निर्माण करने के लिए प्रतिबद्ध है। डॉ. महापात्र ने महिलाओं को भारतीय कृषि की रीढ़ की संज्ञा दी।

मध्य प्रदेश की विधायक श्रीमती अर्चना चिटनिस  ने जोर देकर कहा कि महिलाएं जीवन के हर क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। उन्होंने कहा कि महिलाएं समाज की वास्तविक प्रकाश वाहक हैं। श्रीमती चिटनिस ने कृषि कार्य में शामिल महिलाओं को देश का भविष्य बताते हुए उनकी पोषण सुरक्षा सुनिश्चित करने पर जोर दिया है। उन्होंने कृषि कार्य में शामिल महिलाओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने पर भी जोर दिया।

इससे पहले, अपने स्वागत भाषण में, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद-आई सी ए आर के उप महानिदेशक (कृषि विस्तार) डॉ. अशोक कुमार सिंह ने कृषि कार्य में महिलाओं के अजेय योगदान को रेखांकित किया है। डॉ. सिंह ने जोर देकर कहा कि यद्यपि इस वर्ष के संयुक्त राष्ट्र के अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस – 2021 का विषय “महिला नेतृत्व : कोविड-19 दुनिया में एक समान भविष्य के अवसर प्राप्त करना” है, लेकिन परिषद ने कृषि में महिलाओं की भूमिका को स्वीकार करने के लिए इस विषय को “अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस: कृषि में महिला नेतृत्व : उद्यमिता, समानता और अधिकारिता” के रूप में रखा है।

इस अवसर पर विभिन्न महिलाओं को कृषि और खेती बाड़ी के क्षेत्र में उनके अद्वितीय योगदान के लिए सम्मानित किया गया। इस अवसर पर गणमान्य लोगों द्वारा विभिन्न आईसीएआर प्रकाशनों के विमोचन को भी चिन्हित किया गया।

उप महानिदेशक, सहायक महानिदेशक, राज्य कृषि विश्वविद्यालयों के कुलपति, कृषि विज्ञान केंद्र और आईसीएआर संस्थानों के प्रमुखों ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया।

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