लद्दाख में बनेगा पैरा एथलीटों के लिए देश का पहला अत्याधुनिक हाई एल्टीट्यूड ट्रेनिंग सेंटर

The country's first state-of-the-art high altitude training center for para athletes will be built in Ladakhचिरौरी न्यूज

लेह-लद्दाख: पैरालंपिक और विंटर ओलंपिक में देश का नाम रौशन करने के लिए आतुर प्रतिभाशाली युवा पैरा एथलीटों को जल्द ही एक अत्याधुनिक हाई एल्टीट्यूड ट्रनिंग सेंटर मिलेगा। लेह-लद्दाख में स्थापित किया जाने वाले यह सेंटर पैरा एथलीटों के ट्रेनिंग और उनको शीर्ष स्तर क लिए नर्चर करने के लिए समर्पित होगा।

यह सेंटर खासतौर पर पैरा एथलीटों को 2028 पैरालिंपिक और अन्य वैश्विक मंचों पर अपना श्रेष्ठ देने के लिए तैयार करेगा। यह मुख्य रूप से उनके स्किल, कांफीडेंस और परफॉरमेंस को आगे ले जाएगा। इस हाई अल्टीट्यूड पैरा स्पोर्ट्स सेंटर में न केवल भारत बल्कि विश्व स्तर के पैरा-एथलीटों को विश्व स्तरीय प्रशिक्षण दिया जाएगा

इस संबंध में लद्दाख स्वायत्त पहाड़ी विकास परिषद (एलएएचडीसी), लेह और आदित्य मेहता फाउंडेशन (एएमएफ) के बीच एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया जा चुका है। उल्लेखनीय हैं की आदित्य मेहता फाउंडेशन (एएमएफ) देश में पैरा खेलों के लिए लगातार काम कर रहा है।

इस पहल के मूर्त रूप देने वाले लद्दाख स्वायत्त पहाड़ी विकास परिषद (LAHDC) के मुख्य कार्यकारी पार्षद (CEC) एडवोकेट ताशी ग्यालसन ने कहा,” यह हमारे लिए बहुत गर्व की बात है कि लेह पैरा स्पोर्ट्स के लिए दुनिया का पहला हाई अल्टीट्यूड वाला सेंटर स्थापित करने जा रहा है। भारतीय पैरा-एथलीट विश्व मंच पर अपने प्रदर्शन की अप्रतिम छाप छोड़ रहे हैं। भारत ने पेरिस में 2024 पैरालिंपिक में सात स्वर्ण सहित 29 पदक जीते हैं। यह हमारे देश में मौजूद प्रतिभा का प्रमाण है। मुझे विश्वास है कि यह केंद्र न केवल क्षेत्र की क्षमताओं का दोहन करने में मदद करेगा, बल्कि अगले पैरालिंपिक तक शीर्ष-10 देशों में शामिल होने की भारत की यात्रा में भी बहुत बड़ा योगदान देगा।”

जब तक यह सेंटर बनकर पूरा नहीं हो जाता, तब तक AMF के अधिकारी लेह-लद्दाख केंद्र शासित से विशेष आवश्यकता वाले बच्चों (CwSN) की पहचान करेंगे और उन्हें AMF के इन्फिनिटी पैरास्पोर्ट्स अकादमी और पुनर्वास केंद्र में स्क्रीनिंग, परामर्श और प्रशिक्षण दिया जाएगा, जो हैदराबाद में एशिया का पहला पैरा स्पोर्ट्स अकादमी और पुनर्वास केंद्र भी है।

यह अंतरिम चरण आधारभूत स्किल का निर्माण करेगा और लद्दाख क्षेत्र के महत्वाकांक्षी एथलीटों के लिए आवश्यक पुनर्वास प्रदान करेगा। लद्दाख के 15 संभावित उम्मीदवारों को जल्द ही हैदराबाद में प्रशिक्षण के लिए भेजा जाएगा, जिसमें अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए उप-विभागीय स्तर पर स्क्रीनिंग की जाएगी।

यह ऐतिहासिक पहल लद्दाख स्वायत्त पहाड़ी विकास परिषद की बाधाओं को तोड़ने और क्षेत्र के पैरा-एथलीटों के साथ-साथ देश की प्रतिभाओं के लिए इस परिवर्तनकारी यात्रा में एक प्रतिबद्ध भागीदार के रूप में आदित्य मेहता फाउंडेशन के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण के अवसर पैदा करने की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।

आदित्य मेहता, संस्थापक, आदित्य मेहता फाउंडेशन ने कहा,” आदित्य मेहता फाउंडेशन में, हम मानते हैं कि उत्कृष्टता की कोई सीमा नहीं होती। पैरा एथलीटों को सशक्त बनाने में एक दशक से अधिक के अनुभव के साथ, हम पैरा खेलों में चुनौतियों और अवसरों दोनों को समझते हैं। पैरा खेलों के केंद्र के रूप में लेह लद्दाख का खुलना न केवल इस क्षेत्र के लिए, बल्कि अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भारत के भविष्य के लिए एक नए युग का प्रतीक है। लेह का हाई अल्टीट्यूड वाला वातावरण एथलीटों में लचीलापन, ताकत और धीरज बनाने के लिए आदर्श है। प्रचुर स्थानीय प्रतिभा और सही समर्थन के साथ, लद्दाख विश्व स्तरीय पैरा एथलीट तैयार करने के लिए तैयार है। लद्दाख सरकार के विजन और हमारे फाउंडेशन की प्रतिबद्धता के साथ, हमारा लक्ष्य भारत को शीर्ष देशों के बीच स्थान दिलाना और 2028 पैरालंपिक खेलों में अधिकतम भागीदारी करना है।”

परियोजना को सुविधाजनक बनाने के लिए, माननीय सीईसी ने केंद्र के विकास की देखरेख के लिए एक समर्पित समिति के गठन की घोषणा की और अधिकारियों को सुविधा के लिए भूमि की पहचान शुरू करने का निर्देश दिया।

इस संबंध में हुई बैठक में जिला समाज कल्याण अधिकारी-लेह; तहसीलदार-लेह; मुख्य शिक्षा अधिकारी-लेह; जिला युवा सेवा एवं खेल-लेह के अधिकारी; तथा मुन्सेल, रीवा और पीएजीआईआर सोसाइटी के अध्यक्ष, एएमएफ के प्रमुख प्रतिनिधियों में श्री डी.पी. सिंह, पूर्व डीआईजी बीएसएफ; श्री जे.के. मेहता-संयुक्त प्रबंध ट्रस्टी; तथा श्री आदित्य मेहता, एएमएफ के संस्थापक शामिल थे।

इस केंद्र में शामिल किए जाने वाले खेलों की सूची:

पैरा खेल: तीरंदाजी; एथलेटिक्स; बैडमिंटन; ब्लाइंड फुटबॉल; बोशिया; कैनोइंग; साइकिलिंग; घुड़सवारी; गोलबॉल; जूडो; पावरलिफ्टिंग; रोइंग; शूटिंग; वॉलीबॉल; तैराकी; टेबल टेनिस, ताइक्वांडो; ट्रायथलॉन; व्हीलचेयर बास्केटबॉल; व्हीलचेयर फेंसिंग; व्हीलचेयर रग्बी और व्हीलचेयर टेनिस।

शीतकालीन खेल: पैरा अल्पाइन स्कीइंग; पैरा बायथलॉन; पैरा क्रॉस-कंट्री स्कीइंग; पैरा आइस हॉकी; पैरा स्नोबोर्ड और व्हीलचेयर कर्लिंग।

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