दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने वायु प्रदूषण से निपटने के लिए बुलाई आपात बैठक
चिरौरी न्यूज़
नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार शाम राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण से निपटने के लिए एक आपात बैठक बुलाई है। मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) के मुताबिक, बैठक आज शाम पांच बजे से शुरू होगी। बैठक में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन, पर्यावरण मंत्री गोपाल राय और मुख्य सचिव शामिल होंगे।
राष्ट्रीय राजधानी में हवा की गुणवत्ता ‘गंभीर श्रेणी’ में गिर गई। हवा की गुणवत्ता कम हो जाने से दिल्ली में लोगों को कई तरह की गंभीर बिमारियों का सामना करना पड़ सकता है। खासकर बच्चों और बुजुर्गों के स्वास्थ्य पर प्रदुषण की वजह से गंभीर असर पड़ सकता है।
इससे पहले आज, सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) ने सूचित किया कि वायु गुणवत्ता राष्ट्रीय राजधानी में ‘गंभीर श्रेणी’ में गिर गई है। दिल्ली के लोधी रोड इलाके में एक्यूआई 476 पर, आईआईटी दिल्ली क्षेत्र में एक्यूआई 479 पर और दिल्ली विश्वविद्यालय के उत्तरी परिसर क्षेत्र में एक्यूआई आज 578 पर दर्ज किया गया था।
सुप्रीम कोर्ट ने आज केंद्र को राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण से निपटने के लिए दो दिनों के लॉकडाउन की घोषणा करने का सुझाव दिया।
भारत के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमन, जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और सूर्य कांत की पीठ ने कहा, “हमें बताएं कि हम एक्यूआई को 500 से कम से कम 200 अंक कैसे कम कर सकते हैं। कुछ जरूरी उपाय करें। क्या आप दो दिनों के लॉकडाउन या कुछ और के बारे में सोच सकते हैं? कैसे क्या लोग जी सकते हैं?”
शीर्ष अदालत ने कहा कि दिल्ली में वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में है और अगले दो से तीन दिनों में इसमें और गिरावट आएगी। कोर्ट ने केंद्र से आपात्कालीन फैसला लेने को कहा। अदालत ने कहा, “हम बाद में दीर्घकालिक समाधान देखेंगे।” सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार से यह भी पूछा कि स्मॉग टावर्स और उत्सर्जन नियंत्रण परियोजनाओं को स्थापित करने के उसके फैसले का क्या हुआ।