संविधान के बिना तिरेंगे का कोई महत्त्व नहीं: राहुल गाँधी
चिरौरी न्यूज़
नई दिल्ली: केरल से निकलने के बाद अब कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत जोड़ो यात्रा शुक्रवार को कर्नाटक में प्रवेश कर चुकी है। यात्रा का पहला चरण चामराजनगर जिले के गुंडलुपेट शहर से शुरू हुआ।
पदयात्रा के शुभारंभ से पहले अधिवेशन में सत्तारूढ़ भाजपा पर तीखा हमला करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि संविधान के बिना तिरंगे का कोई मूल्य नहीं है।
उन्होंने कहा कि भाजपा और आरएसएस की विचारधारा का मुकाबला करने और देश में नफरत और हिंसा को खत्म करने के लिए कांग्रेस ने कन्याकुमारी से कश्मीर तक यह पदयात्रा निकाली है।
राहुल ने कहा, यह संविधान की रक्षा के लिए किया जा रहा है। इसमें किसी भी तरह की नफरत या हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है। अगर कोई गिर जाता है, तो उसके धर्म, जाति और भाषा के बारे में पूछे बिना उसे उठाया जाएगा।
उन्होंने कहा, यह हमारा हिंदुस्तान, भाईचारा का हिंदुस्तान है। इस रैली को रोका नहीं जा सकता। पदयात्रा को कोई ताकत नहीं रोक सकती और यही इस देश की ताकत है।
उन्होंने कहा, ”यात्रा के दौरान, जो सुबह शुरू होती है और शाम तक चलती है, लोग हमसे मिलते हैं और अपनी व्यथा साझा करते हैं। वे बेरोजगारी, किसानों पर अत्याचार, सार्वजनिक उपक्रमों के निजीकरण की बात करते हैं। पूरा हिंदुस्तान, अपना दर्द बताता है।” राहुल ने कहा, ”यात्रा का उद्देश्य लंबा भाषण देना नहीं है। यह लोगों के लिए बात करने का अवसर है। सवाल उठ रहे हैं कि यह यात्रा क्यों निकाली जा रही है? लोकतंत्र के तहत, मीडिया, संसद जैसे विभिन्न संस्थान हैं। लेकिन, विपक्षी दल के लिए सभी रास्ते बंद हैं।”
उन्होंने आगे कहा, ”जब वे संसद में बोलने के लिए उठते हैं, तो उनके माइक बंद कर दिए जाते हैं और अगर कोई अपनी चिंता व्यक्त करने की कोशिश करता है तो उन्हें जेल हो जाती है।” उन्होंने कहा कि यात्रा शुरू करने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा है। उन्होंने फिर से दोहराया कि इस यात्रा को रोका नहीं जा सकता। हिंदुस्तान की आवाज को रोका नहीं जा सकता। बड़ी संख्या में एकत्रित होने के लिए राहुल गांधी ने पार्टी कार्यकर्ताओं का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा, जब आप मेरे साथ चलेंगे तो आपको कर्नाटक में भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और महंगाई के बारे में पता चलेगा।