दूसरे टेस्ट में अंपायरों के विवादित आउट दिए जाने से भड़के विराट कोहली
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: दिल्ली में दूसरे टेस्ट के दूसरे दिन ऑस्ट्रेलियाई स्पिनरों के खिलाफ विराट कोहली पूरी तरह से नियंत्रण में दिखे। उन्होंने नाथन लियोन और टॉड मर्फी की फिरकी से बचने के लिए उन्होंने अपनी कलाइयों का बेहतरीन इस्तेमाल कर रन बना रहे थे। कोहली एक बड़ी पारी के लिए तैयार दिख रहे थे। लेकिन तभी एक विवादास्पद आउट दिए जान सेवाह भड़क गए।
शनिवार को दूसरे सत्र में कोहली की 44 रन की पारी डेब्यू करने वाले मैथ्यू कुह्नमैन की एक बहुत अच्छी डिलीवरी से खत्म हो गई।
यह भारतीय पारी के 45वें ओवर की तीसरी गेंद थी। कोहली अपने पैड को गेंद की लाइन से दूर ले जाने में विफल रहे और कुह्नमैन ने उन्हें पैड पर मारा या उन्होंने किया? अंपायर नितिन मेनन के मन में कोई झिझक नहीं थी कि यह पहले पैड था और यह स्टंप्स पर भी लग जाता।
कोहली ने समीक्षा के लिए कहने की जल्दी की, शायद दो कारणों से – 1) उन्होंने सोचा कि उस पर कुछ बल्ला मिला है और 2) गेंद नीचे जा रही थी।
थर्ड अंपायर रिचर्ड इलिंगवर्थ ने यह तय करने में काफी समय लिया कि पहले पैड था या बैट। जिस महत्वपूर्ण बिंदु पर विचार किया जाना चाहिए वह यह है कि मैदानी अंपायर के फैसले को पलटने के लिए उनके पास निर्णायक सबूत होने चाहिए थे, जो स्पष्ट रूप से उनके पास नहीं थे। ऐसा लगा कि गेंद कोहली के बल्ले का अंदरूनी किनारा और एक ही समय में उनके फ्रंट पैड पर लगी।
बॉल ट्रैकिंग से पता चला कि गेंद सिर्फ लेग स्टंप से टकराई होगी इसलिए यह अंपायर की कॉल थी और इलिंगवर्थ ने मेनन को आउट के अपने निर्णय के साथ रहने के लिए कहा।
कहने की जरूरत नहीं कि कोहली बिल्कुल भी खुश नहीं थे। उन्हें उम्मीद थी कि विवादित फैसला उनके पक्ष में जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ। भारत के पूर्व कप्तान वापस जाते समय गुस्से में थे। भारतीय ड्रेसिंग रूम भी इस फैसले से खुश नजर नहीं आया। दरअसल, कोहली को रिप्ले चेक करते और ड्रेसिंग रूम में लौटने के बाद अधिक नाराजगी व्यक्त करते देखा गया।
विशेषज्ञ भी इस बात से सहमत थे कि यह एक बहस का विषय था और शायद बल्लेबाज के पक्ष में जाना चाहिए था। मार्क वॉ ने कहा, ’10 में से नौ बार आप वो नॉट आउट देंगे।
हालांकि आस्ट्रेलियाई लोगों को कोई शिकायत नहीं थी। कुह्नमैन ने अपना पहला विकेट लिया और वह भी कोहली का।