आजादी की पहले रोशनी के गवाह थे वीरेंद्र प्रभाकर: प्रियंका गांधी

Virendra Prabhakar was witness to the first light of independence: Priyanka Gandhiचिरौरी न्यूज

नई दिल्ली: अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी ने कहा कि पद्मश्री वीरेंद्र प्रभाकर ऐसे सौभाग्यशाली लोगों में से थे, जो हमारी आजादी की पहली रोशनी के गवाह थे। उन्होंने अपनी कलात्मक दृष्टि से दुनिया देखी, उसे दर्ज किया और कई पुरस्कारों से सम्मानित हुए। हमें यह जानकर बेहद खुशी है कि चित्रकला संगम और उनके पुत्रों द्वारा हर वर्ष उनके स्मृति दिवस पर काव्य संध्या एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया जाता रहा है।

कई अन्य व्यस्तताओं के कारण कांग्रेस महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी कार्यक्रम में नहीं आ पाई। इसके लिए उन्होंने खेद प्रकट किया और अपना संदेश भेजा।

नई दिल्ली के कांन्स्टीच्यूशन क्लब में चित्र कला संगम की ओर से पद्मश्री वीरेंद्र प्रभाकर की 9वीं पुण्यतिथि के अवसर पर काव्य संध्या और सम्मान समारोह का अयोजन किया गया। कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत पद्मश्री वीरेंद्र प्रभाकर जी की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित करके और दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। वरिष्ठ कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष अरविंद सिंह लवली, चित्र कला संगम के अशोक जैन और रवि जैन के हाथों समाज के अलग-अलग क्षेत्रों में काम करने वाले दर्जनों लोगों को सम्मानित किया गया। सम्मानित होने वाले में समाज सेवी अर्जुन कुमार, हास्य कवि अरुण जेमिनी, कवि चिराग जैन, कनाडा से आये गोपाल बघेल, संस्कृति मंत्रालय के राजभाषा पदाधिकारी रमेश आर्य, वरिष्ठ पत्रकार विजय शंकर चतुर्वेदी प्रमुख थे।

कांग्रेस सांसद और बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने कहा कि पत्रकारीय और सामाजिक सरोकार में हमारी कई मुलाकात पद्मश्री वीरेंद्र प्रभाकर एक छायाका-पत्रकार से अधिक मित्र थे, जो सभी के लिए समभाव रखते थे। हमें इस बात की बेहद खुशी है कि उनके दोनों पुत्र अशोक जैन और रवि जैन ने उनके सरोकार और विरासत को आगे बढ़ाया है।

राजीव शुक्ला ने यह भी कहा कि हास्य कवि अरुण जैमिनी ने देश के क्रिकेटरों के लिए काव्य संध्या के आयोजन का प्रस्ताव रखा है, उस पर भी हम विचार करेंगे।

दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने कहा कि पुरानी दिल्ली सहित पूरी दिल्ली पद्मश्री वीरेंद्र प्रभाकर के कामों से प्रभावित थे। उनकी बातें उनके समय और आज भी की जाती है। उनकी कही बातें आज भी प्रांसगिकता है। उन्होंने कहा कि उनके परिवार का ही संस्कार है कि उनके दोनों पुत्र आज भी समाज के कामों में हमेशा लगे रहते हैं।

कार्यक्रम के दौरान लव कुश रामलीला कमेटी के अध्यक्ष व समाजसेवी अर्जुन कुमार, वरिष्ठ पत्रकार विजयशंकर चतुर्वेदी, साहित्यसेवी हरिपाल सिंह सहित अन्य लोगों ने पदमश्री वीरेंद्र प्रभाकर के व्यक्तिव और उनके कार्यों पर प्रकाश डाला।

अर्जुन कुमार ने कहा कि प्रभाकर जी की हर तस्वीर दिल्ली की कहानी कहती थी, यही कारण रहा कि टाइम्स ऑफ इंडिया ग्रुप ने करीब पचास सालों तक उनकी तस्वीरों का उपयोग किया है।

भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय में राजभाषा पदाधिकारी रामचंद्र रमेश आर्य को भी उनके भाषायी योगदान के लिए सम्मानित किया गया। पद्मश्री वीरेंद्र प्रभाकर के पारिवारिक सदस्य और वरिष्ठ पत्रकार पुनीत जैन ने अपने परिवार की कई घटनाओं का जिक्र करते हुए उनके सामाजिक सरोकार को बताया।

कार्यक्रम के दौरान काव्य संध्या का आयोजन किया गया, जिसमें प्रसिद्ध हास्य कवि अरुण जैमिनी, कनाडा से आए कवि गोपाल बघेल, ब्रज भूमि से आए निकुंज शर्मा सहित चिराग जैन ने काव्य पाठ किया और सामाजिक सरोकार पर प्रकाश डाला।

बता दें कि इस समारोह का आयोजन प्रति वर्ष चित्र कला संगम की ओर से पद्मश्री वीरेंद्र प्रभाकर जी की पुण्यतिथि अवसर पर किया जाता है। प्रख्यात फोटोग्राफर और चित्रकार पद्मश्री वीरेंद्र प्रभाकर व्यक्तित्व के धनी एवं अपने क्षेत्र के पारंगत व्यक्ति थे। उन्होंने भारत में आजादी के समय से अपने करियर की शुरुआत करते हुए सारी उपलब्धियां हासिल की। फोटो पत्रकारिता जैसे रचनात्मक क्षेत्र में अपने हुनर की खुशबू बिखेरते हुए प्रभाकर जी ने कई सारी महान राजनीतिक हस्तियों व भारत के राजनीतिक इतिहास की प्रमुख घटनाओं को अपने कैमरे में कैद किया।

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