कोविड-19 से प्रभावित भारतीय परिवारों को तत्काल सहायता देने के लिए वाधवानी फाउंडेशन ने एक मिलियन डॉलर के ग्रांट की घोषणा की
चिरौरी न्यूज़
नई दिल्ली: वाधवानी फाउंडेशन (डब्ल्यूएफ) ने आज एलान किया कि वह दस लोकोपकारी संस्थाओं और गैर सरकारी संगठनों को एक मिलियन डॉलर का ग्रांट देगी ताकि भारत में कोविड-19 से होने वाले नुकसानदेह प्रभावों को कम करने में सहायता दी जा सके। ये ग्रांट कोविड-19 के मरीजों और उनके परिवारों को मेडिकल संसाधन और सहायता मुहैया कराएंगे।
वाधवानी फाउंडेशन के संस्थापक और चेयरमैन पद्मश्री डॉ. रोमेश वाधवानी ने कहा, “कोविड-19 के मामलों में गंभीर वृद्धि और भारतीय परिवारों पर पड़ रहे भारी भार से निपटने के लिए जरूरी है कि जितने ज्यादा संभव हों, से व्यापक सहायता ली जाए। वाधवानी फाउंडेशन लोकोपकारी संस्थाओं और संगठनों को सहायता देकर भारतीय परिवारों की पीड़ा कुछ कम करने में सहायता सकता है और इस तरह यह सबसे ज्यादा जरूरत के क्षेत्र में ‘अंतिम मील’ की तात्कालिक सहायता मुहैया करा सकती है।”
इस ग्रांट के पहले चरण के लिए वाधवानी फाउंडेशन ने निम्नलिखित चैरिटी और साझेदार चुने हैं:
- विश फाउंडेशन (WISH Foundation) : स्थायी हेल्थकेयर के लिए वाधवानी पहल
- गूंज: राहत कोविड 2021 (Goonj: Rahat COVID 2021)
- अमेरिकन इंडियन फाउंडेशन (American Indian Foundation): #AIFCOVID19Response (एआईएफकोविड19रेसपांस)
- इंडियासपोरा: चलो गिव (Indiaspora: Chalo Give) पहल
वाधवानी फाउंडेशन ने लोकोपकारी संस्थाओं/गैर सरकारी संस्थाओं का चुनाव करने के लिए कुछ शर्तें तय कीं हैं जो मरीजों और उनके परिवार को तत्काल सहायता मुहैया करा सकने और राहत के प्रभाव की माप करने की योग्यता पर निर्भर करेगा। इनमें शामिल है :
- अगले महीने के दौरान क्लीनिक या घरों को चिकित्सा संसाधन उपलब्ध करवाकर तत्काल भारत में कोविड-19 के विनाशकारी प्रभाव को कम करने और इसके प्रसार को धीमा करने की क्षमता
प्रभावित मरीजों और परिवारों को सीधे चिकित्सा सहायता, भोजन और ऋण/अनुदान सहित राहत प्रदान करना
ऐसे संगठन जो स्वास्थ्य की देखभाल, बुनियादी जरूरतें पूरी करने के मामले में पांच साल से अधिक का अनुभव रखते हैं और जिनके पास अत्यधिक विकसित है ताकि लक्ष्य समूह को तत्काल तैनात कर सके
उच्च पारदर्शिता, रिपोर्टिंग और शासन प्रदान करने तथा सहायता के प्रभाव को मापने की योग्यता
संचालन के देश में एक पंजीकृत लोकोपकारी संस्था के रूप में मान्यता प्राप्त हो
कर्मचारी जिनसे काम लिया गया और जिनका समर्थन मिला
इन शर्तों के आधार पर चुनी गई लोकोपकारी और गैर सरकारी संस्थाओं को कर्मचारियों ने सहायता दी और यह वाधवानी फाउंडेशन के साथ-साथ सिम्फनी एआई SymphonyAI, के कर्मचारियों से मिली। यह अमेरिकी आधार वाली एंटरप्राइज एआई कंपनी है जिसकी स्थापना डॉ. वाधवानी ने की थी। इसके लिए शुरुआती पांच प्राप्तकर्ताओं का चुनाव वाधवानी फाउंडेशन के लोगों की समीक्षा और विश्लेषण के बाद किया गया था। अतिरिक्त लोकोपकार / एनजीओ प्राप्तकर्ता का निर्धारिण कुछ ही दिनों में किया जाएगा। इन ग्रांट के अलावा वाधवानी फाउंडेशन समर्थन देने वाली किसी भी लोकोपकारी / एनजीओ संस्था को उतना ही दान देगा जो सिम्फनी एआई या वाधवानी फाउंडेशन के कर्मचारी द्वारा एक सितंबर 2021 तक दिया जाएगा।
ग्रांट का यह कार्यक्रम वाधवानी फाउंडेशन की की सहायता पहल (Sahayata initiative ) का अनुसरण करेगा ताकि कौशल बढ़ाने और नवीनता के काम किए जा सकें जिससे छोटे और मध्यम आकार के उपक्रमों तथा जन स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को कोविड-19 महामारी के दौरान सहायता मिले। सहायता पहल की घोषणा जुलाई 2020 में भारत में और नवंबर 2020 में मैक्सिको में हुई थी।