अम्फान ने बंगाल में ज्यादा, ओडिशा में कम नुकसान पहुँचाया: एनडीआरएफ चीफ
न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली: जैसे जैसे चक्रवाती तूफान अम्फान से हुई क्षति का ब्यौरा आने लगा है, इसकी भयावहता सामने आ रही है। चक्रवाती तूफान अम्फान से सबसे ज्यादा पश्चिम बंगाल प्रभावित हुआ है। वहां अबतक की जानकारी के अनुसार ७२ लोगों की मौत हुई है। इसकी पुष्टि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी की है। हालांकि अभी तक सभी प्रभावित जगहों से सूचनाएं आनी बांकी है, और एक अनुमान के अनुसार जान-माल की हानि कही ज्यादा हो सकती है। बताया जा रहा है कि चक्रवाती तूफान अम्फान ने ओडिशा में कम तबाही मचाई है, और वहां जल्द ही जिन्दगी पटरी पर आ जाएगी। लेकिन पश्चिम बंगाल में अपेक्षाकृत ज्यादा नुकसान पहुंचाया है। एनडीआरएफ के प्रमुख एस एन प्रधान ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बताया कि चक्रवाती तूफान अम्फान ने बुधवार को दिन में ओडिशा में और दोपहर बाद प। बंगाल में प्रवेश किया था। पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों में जमीन से टकराने के बाद अब वह नॉर्थ ईस्ट राज्यों से गुजरते हुए बांग्लादेश पहुंच चुका है।
उन्होंने बताया कि ओडिशा में बहुत ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है। वहां प्रभावित जिलों में जल्द ही जीवन सामान्य हो जाएगा। वहीँ पश्चिम बंगाल में ज्यादा नुकसान हुआ है। केंद्र सरकार की टीम दोनों राज्यों में जाकर नुकसान का आकलन करेगी। ओडिशा के प्रभावित जिलों में 90% बिजली सुविधा शुरू हो चुकी है। शेष सुविधा भी जल्द ही शुरू हो जाएगी।
बंगाल ने हुए नुक्सान के बारे में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि वह प्रधान मंत्री से आग्रह करेंगे कि वो पश्चिम बंगाल आयें और तूफान से हुए नुकसान का जायजा लें। इस के साथ ही ममता बनर्जी ने कहा कि सरकार तूफान से जान गंवाने वाले को दो दो लाख रुपैया देगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी आज कहा कि चक्रवाती तूफान ‘उम्पुन’ से सभी प्रभावितों की पूरी मदद की जाएगी और कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।
वहीँ राष्ट्रीय संकट प्रंबधन समिति (एनसीएमसी) ने चक्रवाती तूफान से प्रभावित पश्चिम बंगाल और ओडिशा में राहत-बचाव अभियान की समीक्षा की। कैबिनेट सचिव राजीव गौबा की अध्यक्षता वाली एनसीएसमी ने पश्चिम बंगाल और ओडिशा में राज्य तथा केंद्रीय एजेंसियों के साथ तूफान की स्थिति की समीक्षा की।