क्यों युवा कर रहें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को नापसंद, जानें…
शिवानी रज़वारिया
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महीने के आखिरी दिन रेडियो कार्यक्रम “मन की बात” के जरिए लोगों को संबोधित करते हैं। इस प्रोग्राम में लोगों से बातचीत भी करते हैं और उन मुद्दों पर भी बात करते हैं जो बेहद गंभीर और प्रतीकात्मक चल रहे होते हैं। दर्शकों को भी हर महीने इस कार्यक्रम का बेसब्री से इंतजार रहता है और उससे भी ज्यादा उन मुद्दों का और इस बात का कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उन मुद्दों पर कुछ बोलेंगे। अगस्त महीने की आखिरी तारीख 31 अगस्त को उनके कार्यक्रम मन की बात का प्रसारण सुबह 11 बजे हुआ पर हमेशा की तरह लोगों में वह उत्साह दिखाई नहीं दिया। इसी कारण यह एपिसोड काफी चर्चा में आया है। इससे भी अहम बात यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यूट्यूब अकाउंट पर लोगों ने इसे लाइक से ज्यादा डिसलाइक किया है जो चिंताजनक परिस्थिति दिखाता है।
लोगों ने ऐसा क्यों किया, आखिर इसके पीछे का क्या कारण है ये कॉमेंट बॉक्स की प्रतिक्रियाएं देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है। ज्यादातर युवाओं ने निराशाजनक कमेंट करते हुए लिखा हम इंतजार था कि शायद प्रधानमंत्री जेईई और नीट की होने वाली परीक्षाओं पर कुछ बोलेंगे पर उन्हें छात्रों की परेशानी की कुछ पड़ी ही नहीं हैं। लोगों ने कहा- ये डिसलाइक्स यह दर्शाने के लिए काफी हैं कि स्टूडेंट्स से उलझा नहीं जाता है। एक अन्य यूजर ने लिखा- प्रिय, प्रधानमंत्री। यह मेरी चूक थी कि मैंने सोचा कि आप जेईई और नीट परीक्षा को लेकर कुछ बोलेंगे (रेडियो कार्यक्रम के दौरान)। हमारा साल जाया करने के लिए शुक्रिया। एक यूजर ने लिखा जिस आदमी ने पढ़ाई नहीं कि वह छात्रों का दर्द क्या समझेगा। वहीं, कई यूजर्स ने बेरोजगारी, एसएससी भर्तियां, एनटीपीसी घोटाले पर एक भी शब्द नहीं बोलने के लिए पीएम मोदी की आलोचना की।
आपको बता दें पीएम के यूट्यूब अकाउंट पर 30 अगस्त, 2020 के ‘Prime Minister Narendra Modi’s Mann Ki Baat with the Nation’ शीर्षक इसका शीर्षक रखा गया था। आपकी जानकारी के लिए पीएम मोदी के इस यूट्यूब चैनल पर 75 लाख से अधिक सब्सक्राइबर्स हैं और एक अख़बार के अनुसार इस कार्यक्रम को सोमवार सुबह 11.40 बजे तक 35 हजार लोगों ने लाइक किया था, जबकि 89 हजार से अधिक लोगों ने डिसलाइक किया था। इससे साफ पता चलता है कि 2 गुना से भी ज्यादा लोगों ने कार्यक्रम को नापसंद किया या यूं कहें अपनी नाराजगी को जाहिर किया। वहीं, BJP के यूट्यूब चैनल पर 30 लाख से अधिक सब्सक्राइबरस हैं। सोमवार सुबह 11।40 बजे तक 51 हजार लोगों ने लाइक किया, जबकि 3 लाख 87 हजार लोगों ने इसे नापसंद किया।
प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी ने इस रविवार को 68 वीं कड़ी के तहत देशवासियों को संबोधित किया।आकाशवाणी पर रविवार को प्रसारित होने वाले इस कार्यक्रम का दूरदर्शन के अलावा कई निजी चैनल भी सीधा प्रसारण करते हैं। इसके साथ ही पीआईबी, बीजेपी और पीएम मोदी के यूट्यूब चैनल पर भी देश के नाम पीएम के संबोधन को सुना जा सकता है।
पीआईबी के यूट्यूब चैनल पर ‘मन की बात’ पर मात्र 91 हज़ार व्यूज़ थे जबकि लाइक 3.2 हज़ार और डिसलाइक 10 हज़ार थे। हर बार पीएम मोदी अलग-अलग विषयों पर देश को संबोधित करते हैं और इस बार उन्होंने त्योहारों से इसकी शुरुआत की।पीएम ने ओणम त्योहार की बात करते हुए भारतीय उद्यमियों को खिलौनों के कारोबार में संभावनाएं तलाशने का सुझाव दिया।पीएम ने स्वदेशी खिलौने के निर्माण पर ज़ोर देते हुए कहा, “ग्लोबल टॉय इंडस्ट्री 7 लाख करोड़ रुपये से भी अधिक की है लेकिन इतने बड़े कारोबार में भारत की हिस्सेदारी बहुत कम है।”
पीएम ने यह इच्छा भी जाहिर की डिवेलपर्स को भारत में कंप्यूटर गेम्स बनाने चाहिए। हमारे देश में आइडियाज़ और कॉन्सेप्ट हैं। वर्चुअल गेम्स और खिलौनों के सेक्टर में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है और अब सभी के लिए लोकल खिलौनों के लिए वोकल होने का वक़्त आ गया है।”
खिलौना फैक्ट्री से लेकर कंप्यूटर गेम्स और लोकल बुक करें त्योहारों की बात करने के बीच ज्यादातर दर्शक और खास तौर से युवा जी और नीति परीक्षा पर नरेंद्र मोदी से कुछ सुनना चाहते थे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में चल रहे इस कर्म मुद्दे पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी शायद यही कारण रहा जिसके चलते उन्हें दर्शकों की नकारात्मक प्रतिक्रियाओं का सामना करना पड़ा।
अब सवाल यह उठता है सोशल मीडिया पर छाए रहने वाले देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस नकारात्मक प्रतिक्रियाओं और युवा वर्ग की नाराजगी का सामना किस अंदाज में करते हैं?