सेमीफाइनल में हार के साथ ही लवलीना गोल्ड मैडल की दौर से हुई बाहर, करना पड़ेगा कांस्य पदक से संतोष

चिरौरी न्यूज़

नई दिल्ली: भारत की मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन को टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक से ही संतोष करना पड़ेगा। ओलंपिक में पहली बार खेल रही विश्व चैंपियनशिप की दो बार की कांस्य पदक विजेता लवलीना  को तुर्की की बुसेनाज सुरमेनेली के हाथों 0-5 से हार का सामना करना पड़ा। लवलीना के खिलाफ बुसेनाज ने शुरुआत से ही दबदबा बनाया और सर्वसम्मति से 5-0 से जीत दर्ज करने में सफल रही।

बता दें कि टोक्यो में यह भारत का तीसरा पदक है। इससे पहले भारोत्तोलन में मीराबाई चानू ने रजत जबकि बैडमिंटन में पीवी सिंधू ने कांस्य पदक जीता। लवलीना के कांस्य जीतने के साथ ही भारत ने 2016 रियो ओलंपिक के अपने प्रदर्शन को बेहतर किया है जहां उसे एक रजत और एक कांस्य पदक ही हासिल किया था।

आज के मुकाबले में सभी जजों ने सर्वसम्मति से फैसला लिया और इसके साथ ही असम की मुक्केबाज लवलीना का फाइनल में जाने का सपना चकनाचूर हो गया। लवलीना के कांस्य जीतने के साथ ही भारत का टोक्यो ओलंपिक में बॉक्सिंग में सफ़र अंत हो गया।

सुरमेनेली ने पहले और दूसरे राउंड में सभी पांचों जजों को प्रभावित किया और 10-10 अंक बटोरे जबकि लवलीना को पांचों जजों से पहले दो राउंड में नौ-नौ अंक मिले। सुरमेनेली तीसरे राउंड में भी लवलीना पर भारी पड़ती दिखीं और उन्होंने तीसरे राउंड में भी सभी जजों से 10-10 अंक लिए। लवलीना को तीसरे राउंड में दो जजों ने नौ-नौ अंक दिए।

 

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