इसरो के द्वारा विकसित तकनीक से अब किसी के संदेश को नही किया जा सकेगा हैक
चिरौरी न्यूज़
नई दिल्ली: अगर आप भी अपने द्वारा भेजे गए इलेक्ट्रॉनिक सन्देश का हैक होने से डरते रहे हैं तो अब निश्चिन्त हो जांय, क्योंकि भारतीय अन्तरिक्ष अनुसन्धान संस्थान ने एक ऐसी तकनीक विकसित किया है जिस से कोई भी आपके सन्देश को न तो पढ़ सकता है और न ही हैक कर सकता है।
इसरो के द्वारा विकसित की गयी तकनीक विशुद्ध रूप से स्वदेशी है और जिसमें ट्रांसमीटर और रिसीवर मॉड्यूल के बीच समय को नोट करने के लिए स्वदेशी रूप से विकसित नाविक रिसीवर का उपयोग शामिल है।
इसरो ने कहा है कि इस में क्वांटम-की-एन्क्रिप्टेड सिग्नल का इस्तेमाल करके लाइव वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की जा सकती है। इसरो के द्वारा विकसित की गयी ये तकनीक अभी बहुत ही प्रारंभिक अवस्था में है लेकिन अगर इसे और ताकतवर बनाया गया तो ये अन्तरिक्ष से भेजे गए संदेशों को बहुत ही कम समय में और ज्यादा सुरक्षित तरीकों से पृथ्वी पर हासिल की जा सकती है।
इसरो ने इसमें क्वांटम कुंजी वितरण प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया है जो क्वांटम यांत्रिकी के सिद्धांतों के आधार पर बिना शर्त डेटा की सुरक्षा सुनिश्चित करती है। अभी जो पारंपरिक एन्क्रिप्शन सिस्टम इस्तेमाल किया जाता है उसमें ये संभव नहीं है।