‘यास‘ के अगले कुछ घंटों में गंभीर च्रक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना

चिरौरी न्यूज़

नई दिल्ली: पूर्वमध्य तथा निकटवर्ती पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी में आया चक्रवाती तूफान ‘यास‘पिछले 6 घंटों में लगभग 17 किलो मीटर प्रति घंटे की गति से उत्तरपश्चिम दिशा की ओर बढ़ा और आज 25 मई को सुबह भारतीय समायानुसार 0830 बजे अक्षांश 18.3°उत्तर और देशांतर 88.3°पूर्व के निकट दक्षिण-दक्षिणपूर्व पारादीप (ओडिशा) से 280 किलो मीटर, बालासोर (ओडिशा) से 380 किलो मीटर दक्षिण-दक्षिणपूर्व, दीघा(पश्चिम बंगाल) 370 किलो मीटर दक्षिण-दक्षिणपूर्व और सागर द्वीप समूह (पश्चिम बंगाल) से 370 किलो मीटर दक्षिण-दक्षिणपूर्व में पश्चिममध्य तथा निकटवर्ती पूर्वमध्य और उत्तर बंगाल की खाड़ी में केंद्रित हो गया।

अगले 12 घंटों में इसके उत्तर-उत्तरपश्चिम दिशा में बढ़ने और तीव्र होकर अति गंभीर चक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना है। यह उत्तर-उत्तरपश्चिम दिशा में बढ़ता रहेगा, तेज होगा और बुधवार 26 मई को सुबह चांदबाली-धामरा बंदरगाह के बहुत नजदीक उत्तर ओडिशा तथा पश्चिम बंगाल के तटों के निकट उत्तरपश्चिम बंगाल की खाड़ी में पहुंचेगा। यह बुधवार 26 मई को दोपहर अति गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में  धामरा के उत्तर और दक्षिण बालासोर के बहुत निकट पारादीप और सागर द्वीप के बीच ओडिशा-पश्चिम बंगाल के तटों को पार करेगा।

पूर्वानुमान ट्रैक और तीव्रता निम्नलिखित टेबल में दी गई हैः

तिथि/समय(आईएसटी) स्थिति(अक्षांश°उत्तर/देशांतर°पूर्व) अधिकतम सतह भूतल हवा की गति (किलो मीटर प्रति घंटे) चक्रवाती विक्षोभ की श्रेणी
25.05.21/0830 18.3/88.3 100-110 से तेज होकर 120 गंभीर चक्रवाती तूफान
25.05.21/1130 18.7/88.0 105-115 से तेज होकर 125 गंभीर चक्रवाती तूफान
25.05.21/1730 19.5/87.8 125-135 से तेज होकर150 अति गंभीर चक्रवाती तूफान
25.05.21/2330 20.1/87.6 145-155 से तेज होकर  170 अति गंभीर चक्रवाती तूफान
26.05.21/0530 20.7/87.3 155-165 से तेज होकर  185 अति गंभीर चक्रवाती तूफान
26.05.21/1730 21.8/86.3 115-125से तेज होकर  140 अति गंभीर चक्रवाती तूफान
27.05.21/0530 22.5/85.6 60-70 से तेज होकर  80 चक्रवाती तूफान
27.05.21/1730 23.2/84.7 35-45से तेज होकर 55 दबाव

 

: (i)

वर्षा : उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश : 25 मई को अनेक स्थानों पर हल्की से सामान्य वर्षा और कुछ स्थानों पर बहुत भारी वर्षा।

ओडिशा : 25 मई को अनेक स्थानों पर हल्की से सामान्य वर्षा जगतसिंहपुर, केंद्रापाड़ा,भद्रक,बालासोर जिलों में बहुत भारी से अत्यधिक भारी वर्षा; पुरी, खुर्दा, कटक, जाजपुर, मयूरभंज में भारी से बहुत भारी वर्षा और गंजाम, ढेनकनाल, क्योंझर जिलों में भारी वर्षा, 26 मई को कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, जाजपुर, भद्रक, बालासोर, मयूरभंज, कटक, ढेनकनाल, क्योंझर में कुछ स्थानों पर भारी से अत्यधिक भारी वर्षा, पुरी, खुर्दा, अंगुल, देवगढ़, सुंदरगढ़ के कुछ स्थानों पर भारी वर्षा, 27 मई को उत्तर ओडिशा के भीतरी भागों में भारी वर्षा की चेतावनी।

पश्चिम बंगाल : 25 मई को अनेक स्थानों पर हल्की से सामान्य वर्षा मेदिनीपुर, दक्षिण 24 परगना में बहुत भारी वर्षा तथा हावड़ा, हुगली, कोलकाता और 24 परगना जिलों में भारी वर्षा, 26 मई को मेदिनीपुर के कुछ स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा, झारग्राम, बांकुरा, दक्षिण 24 परगना के कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा तथा पुरुलिया, नादिया, मुर्शिदाबाद, पूर्व वर्धमान, हावड़ा, हुगली, कोलकाता, उत्तर 24 परगना, हल्दिया दार्जिलिंग, कलिम्पोंग जिलों में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा और 27 मई को झारग्राम,पश्चिम मेदिनीपुर, बांकुरा, पुरुलिया, पश्चिम वर्धमान, बीरभूम, मालदा, दार्जिलिंग ,कलिम्पोंग, जलपाईगुड़ी में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा।

झारखंड : 25 मई को अनेक स्थानों पर हल्की से सामान्य वर्षा, 26 तथा 27 मई को कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा और अत्यधिक भारी वर्षा।

बिहार : 27 मई को अनेक स्थानों पर हल्की से सामान्य वर्षा और कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा, 28 मई को कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा।

असम तथा मेघालय 25 और 26 मई को अनेक स्थानों पर हल्की से सामान्य वर्षा तथा कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा।

 

(ii) हवा की चेतावनी:· मध्य बंगाल की खाड़ी के प्रमुख हिस्सों और उससे सटे उत्तरी बंगाल की खाड़ी में 100-110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवा बढ़ कर 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही हैऔर आज शाम से धीरे-धीरे 125-135 से बढ़कर 140 किमी प्रति घंटे हो जाएगी। उत्तर बंगाल की खाड़ी और उत्तर आंध्र प्रदेश-ओडिशा-पश्चिम बंगाल-बांग्लादेश तटों के पास और उससे दूर हवा 55-65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ कर 75 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल रही है। यह 25 मई की शाम से उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, पुरी, भद्रक, ओडिशा के बालासोर और पूर्वी मेदिनीपुर, दक्षिण 24 परगना, कोलकाता सहित उत्तरओडिशा और निकटवर्ती पश्चिम बंगाल तटों पर 65-75 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़कर 85 किलो मीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ेगा। 25 मई की शाम से  ओडिशा के गंजाम, खुर्दा, कटक, जाजपुर और मयूरभंज जिलों और पश्चिम बंगाल के हावड़ा, हुगली, उत्तर 24 परगना में 40-50 किलो मीटर  प्रति घंटे की रफ्तार से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी।यह 26 मई की सुबह से उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, भद्रक सहित उत्तरओडिशा के साथ-साथ पश्चिम बंगाल के तटों पर 155-165 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवा तेज होकर 185 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ेगी और 26 मई को दोपहर बाद से ओडिशा के बालासार जिला की ओर बढ़ेगी, 26 मई को सुबह से ओडिशा के मयूरभंज जिला में हवा की गति 120-130 किलो मीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ कर 145 किलो मीटर प्रति घंटे हो जाएगी। इस अवधि में ओडिशा के पुरी, कटक, खुर्दा, जाजपुर तथा नयागढ़ जिलों में 80-90 किलो मीटर की गति से चलने वाली हवा रफ्तार पकड़ कर 100 किलोमीटर प्रति घंटे की गति पकड़ लेगी।

गंजाम के पास और उससे दूर तथा उत्तर ओडिशा के शेष भीतरी भागों में 60-80 किलो मीटर प्रति घंटे की गति से चलने वाली हवा 90 किलो मीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ लेगी, 26 मई की सुबह से ओडिशा के गंजाम, ढेनकनाल, तथा क्योंझर जिलों तथा पश्चिम बंगाल के बांकुरा, पुरुलिया, हावड़ा, हुगली, नादिया और वर्धमान जिलों में 60-80 किलो मीटर प्रति घंटे की गति से चलने वाली हवा तेज होकर 90 किलो मीटर प्रति घंटे की गति पकड़ लेगी। इसी अवधि में  ओडिशा के अंगुल, देवगढ़ तथा सुरेंद्रगढ़ जिलों तथा पश्चिम बंगाल के बीरभूम तथा मुर्शिदाबाद जिलों और आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम, विजयानगरम और विशाखापत्तनम जिलों में 50-60 किलो मीटर प्रति घंटेकी गति से चलने वाली हवा तेज होकर 70 किलो मीटर प्रति घंटे की रफ्तार ले लेगी।

26 मई को दोपहर से दक्षिण झारखंड में 40-50 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चलने वाली हवा तेज होकर 60 किलो मीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ लेगी और धीरे-धीरेदक्षिणपूर्व झारखंड में  90-120 किलो मीटर प्रति घंटे की गति से बढ़ कर 130 किलो मीटर प्रति घंटे हो जाएगी और 26 मई की शाम/ रात  को दक्षिणपूर्व झारखंड में हवा की गति 70-80 किलो मीटर प्रति घंटे की गति से बढ़ कर 90 किलो मीटर प्रति घंटे की रफ्तार ले लेगी। 27 मई को ओडिशा के केंद्रापाड़ा, भद्रक, बालासोर, क्योंझर, मयूरभंज, देवगढ़, सुंदरगढ़ जिलों तथा पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर, झारग्राम, पश्चिम मेदिनीपुर, बांकुरा और पुरुलिया जिलों में हवा 50-65 किलो मीटर प्रति घंटे की गति से 70 किलो मीटर प्रति घंटे की गति पकड़ लेगी।

(iii) समुद्र की स्थितिः पश्चिममध्य तथा निकटवर्ती पूर्वमध्य और उत्तर बंगाल की खाड़ी में समुद्र की स्थिति अशांत से बहुत अशांत होगी। 25 मई की शाम से 26 मई की शाम तक समुद्र की स्थिति मध्य बंगाल की खाड़ी के उत्तरी भागों , उत्तर बंगाल की खाड़ी और आंध्र प्रदेश-ओडिशा- पश्चिम बंगाल-बंगलादेश तटों के पास और उससे दूर बहुत अशांत और असाधारण होगी।

(iv) मछुआरों को चेतावनीः मछुआरों को चेतावनी दी जाती है कि वे 26 मई के दोपहर बाद तक मध्य बंगाल की खाड़ी में नहीं जाएं और 25-26 मई को उत्तर बंगाल की खाड़ी तथा आंध्र प्रदेश-ओडिशा- पश्चिम बंगाल- बंगलादेश तटों के पास और उससे दूर समुद्र में नहीं जाएं।

(v) तूफान में तेजी की चेतावनीः खगोलीय ज्वार से 2-4 मीटर ऊंचा ज्वार आने के कारण मेदिनीपुर, बालासोर, भद्रक के निचले इलाके जलमग्न हो सकते हैं, और तूफान के जमीन से टकराने के समय दक्षिण 24 परगना, केंद्रपाड़ा तथा जगतसिंहपुर जिलों के निचले इलाके जलमग्न हो सकते हैं।

उत्तर ओडिशा, पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों और इन जिलों के निकटवर्ती भीतरी भागों में नुकसान की आशंकाः

  • फूस के घरों का पूर्ण विनाश/ कच्चे मकानों को व्यापक क्षति। पक्के मकानों को थोड़ा नुकसान।
  • उड़ने वाली वस्तुओं से संभावित खतरा।
  • बिजली और संचार के खंभे झुक/उखड़ सकते हैं।
  • कच्ची तथा पक्की सड़कों को भारी नुकसान।
  • बचाव मार्गों में बाढ़।
  • रेलवे, ओवरहेड पावर लाइन और सिग्नलिंग प्रणाली में बाधा।
  • खड़ी फसलों, वृक्षारोपण, बगीचों, हरे नारियलों के गिरने और ताड़ के पत्तों के फटने से व्यापक क्षति।
  • आम जैसे झाड़ीदार पेड़ उड़ सकते हैं।
  • छोटी नौकाएं तथा देसी जलयान लंगर से अलग हो सकते हैं।
  • दृश्यता पर गंभीर प्रभाव।

उत्तर ओडिशा, पश्चिम बंगाल तथा इन राज्यों के निकटवर्ती जिलों में कारर्वाई का सुझाव

  • मछली पकड़ने का काम और जहाजों की आवाजाही स्थगित।
  • भारत के पूर्वी तट के निकट के बंदरगाह आवश्यक पूर्व-सावधानी बरत सकते हैं।
  • नौसेना बेस कार्य में आवश्यक पूर्व-सावधानी बरती जा सकती है।
  • इन क्षेत्रों में पर्यटन गतिविधियां प्रतिबंधित हो सकती हैं।
  • पश्चिम बंगाल तथा उत्तर ओडिशा के तटीय क्षेत्रों से लोगों को निकालने का काम सक्रिय करना।
  • रेल तथा सड़क ट्रैफिक का उचित नियमन।
  • प्रभावित क्षेत्रों में लोग घरों में रहेंगे।
  • चक्रवात के पहले की तैयारी कार्रवाई।

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