योगी सरकार की मजदूरों पर दरियादिली, अब मिलेगा घर पर बिना काम किए पैसा
दिव्यांश यादव
देश में एक तरफ ट्रेनों, बसों को सेनेटाइज किया जा रहा है,वहीं कई मल्टीप्लेक्स, मॉल्स को बंद रखा गया है और तो और स्टेशन पर प्लेटफॉर्म टिकट 10 रुपए से बढ़ाकर 50 रुपए कर दी गई है, दरअसल ये सब एहतियात कोरोना वायरस से बचाव के लिए किया जा रहा है,जिससे भीड़ ना हो लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार ने एक ऐसा फैसला लिया है जिसका फायदा सीधे मजदूर वर्ग को मिलेगा क्योंकि कोरोना वायरस का असर रोजमर्रा के काम करने वाले मजदूरों पर पड़ रहा है, इसके तहत मजदूरों के खाते में सीधा ट्रांसफर किया जाएगा ।
कैसे मिलेगा लाभ
मजदूरों को ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि उत्तर प्रदेश सरकार ने दिहाड़ी मजदूरों के भरण पोषण के लिए श्रम, वित्त और कृषि मंत्री की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई है, यह कमेटी तीन दिन के भीतर एक रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी, जिसमे मजदूरों को दी जाने वाली राशि और संख्या का निर्धारण किया जाएगा और इस रिपोर्ट के आने के बाद मजदूरों के खाते में रुपए डाले जाएंगे ।
उत्तर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता व ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने बताया कि इसकी रिपोर्ट आने के बाद मजदूरों के खातों में रुपए डाले जाएंगे। उन्होंने कहा कि अभी पूरी तरह से दिहाड़ी मजदूरी बन्द नहीं हुई हैं। लेकिन, सरकार इसके बैकअप की तैयारी कर रही है। आने वाले दिनों में अगर कोरोनोवायरस से सब बन्द हो जाता है तब यह सारी डिटेल काम आएगी।
क्यों तीनों मंत्रालयों को जोड़ा गया
राज्य के वित्त मंत्री, कृषि मंत्री और श्रम मंत्री का समूह योगी आदित्यनाथ को इस योजना की रिपोर्ट सौंपेगा क्योंकि ज्यादातर दिहाड़ी मजदूर कृषि या श्रम विभाग से जुड़े हुए हैं. सरकार के पास ऐसे मजदूरों का एक बड़ा डाटा बैंक मौजूद है और 3 दिनों में सरकार इसे अमलीजामा पहना सकती है.